सार
पूरी दुनिया में कोरोना वायरस का खतरा बढ़ता जा रहा है। हर जगह के लोग इससे बचाव की कोशिशों में लगे हैं, वहीं सरकारों ने भी प्रभावित स्थानों की यात्रा नहीं करने की एडवाइजरी जारी की है। दुनिया भर के चिकित्सा वैज्ञानिक इससे बचाव का टीका बनाने की कोशिश कर रहे हैं।
हटके डेस्क। पूरी दुनिया में कोरोना वायरस का खतरा बढ़ता जा रहा है। हर जगह के लोग इससे बचाव की कोशिशों में लगे हैं, वहीं कई देशों की सरकारों ने भी प्रभावित स्थानों की यात्रा नहीं करने की एडवाइजरी जारी की है। दुनिया भर के चिकित्सा वैज्ञानिक इससे बचाव का टीका बनाने की कोशिश कर रहे हैं। वहीं, चीन के वुहान की नर्सों ने इस वायरस से संक्रमित रोगियों के इलाज पर पूरा ध्यान रखने और उन्हें ज्यादा समय देने के लिए अपने लंबे बालों को कटवा लिया है। बता दें कि यह वायरस चीन के वुहान से ही फैला है, इसलिए इसे वुहान वायरस भी कहा जाता है। वुहान में सबसे ज्यादा लोग इस वायरस के संक्रमण का शिकार होकर अस्पतालों में भर्ती हैं। पूरे चीन और दुनिया भर से वुहान में मेडिकल सहायता उपलब्ध कराई जा रही है।
31 नर्सों ने कटवा लिए बाल
किसी भी औरत को अपने लंबे बाल बहुत अच्छे लगते हैं और उनकी देखभाल के लिए वह कई तरह के जतन करती है। बालों को शैम्पू करना, उनकी ऑयलिंग करना, उनमें कंघी करना और करीने से सजाना हर औरत के लिए खास मायने रखने वाली बात होती है। बालों के साज-संभार में उन्हें काफी वक्त लगता है। लेकिन वुहान मेडिकल कॉलेज के वेस्टर्न हॉस्पिटल की 31 नर्सों ने कोरोना वायरस से पीड़ित मरीजों की देखभाल में ज्यादा समय देने के लिए अपने बाल कटवा कर छोटे कराने का निर्णय लिया।
देखभाल करने वालों को भी संक्रमण का खतरा
बता दें कि कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों का इलाज करने वाले डॉक्टरों और नर्सों को भी इस वायरस के संक्रमण का खतरा रहता है। इससे बचाव के लिए वे कई तरह के उपाय करते हैं, लेकिन एक शोध से पता चला है कि किसी के बाल लंबे हों और वह वायरस से संक्रमित रोगी के संपर्क में रहे तो उसे संक्रमण होने की संभावना ज्यादा होती है। नर्सों ने अपने बाल कटवा कर छोटे कर लिए, इसके पीछे यह भी एक वजह रही।
क्या कहा हेड नर्स ने
हॉस्पिटल की हेड नर्स ने कहा कि हमने अपने लंबे बाल कटवा कर इसलिए छोटे कर लिए, ताकि संक्रमण से सुरक्षा तो हो ही, साथ ही वे मरीजों का ज्यादा समय तक ध्यान रख सकें। हेड नर्स का कहना था कि अभी सबका ध्यान मरीजों पर है, जिनकी संख्या बढ़ती ही जा रही है। वे दिन-रात काम पर लगी हैं और उनके पास इतना भी समय नहीं है कि रोज नहा सकें और बालों को धो सकें। हेड नर्स ने कहा कि अभी 700 बेड और लगाए गए हैं, जबकि ज्यादा बेड की जरूरत बनी हुई है। अस्पताल में करीब 1000 मेडिकल स्टाफ कोरोना वायरस के रोगियों की देखभाल में लगा हुआ है।