सार

दुनिया में कोरोना ने कहर बरपाया है। इस वायरस ने वैसे तो पूरी दुनिया में तबाही मचा रखी है। लेकिन यूरोपियन देशों में इसने ख़ास कहर बरपाया है। लेकिन इनमें ही से एक देश ने मात्र परफ्यूम के जरिये इस वायरस को थाम दिया है। 

हटके डेस्क: कोरोना नाम के जानलेवा वायरस ने अभी तक पूरी दुनिया में 17 लाख 73 हजार से अधिक लोगों को संक्रमित किया है। मौत का आंकड़ा 1 लाख पार कर चुका है। कुल 1 लाख 8 हजार से अधिक लोगों की मौत कोरोना से हो गई है। हालांकि 4 लाख 15 सौ से अधिक लोगों ने कोरोना को मात भी दी है। यूरोप में भी इस वायरस ने तांडव मचाया। लेकिन तुर्की में कोरोना को लोगों ने अपनी समझदारी से रोक दिया। यहां लोगों में शुरुआत से ही हाथ पर कलोन नाम का परफ्यूम छिड़कने का रिवाज रहा है। इस आदत के कारण यहां कोरोना ज्यादा नहीं फैल पाया। 

अल्कोहल की मात्रा ज्यादा 
तुर्की में बिकने वाले कलोन परफ्यूम की बिक्री कोरोना कहर में तेजी से बढ़ी है। इसकी बिक्री में 34 सौ प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है। इस कलोन का इस्तेमाल काफी लंबे समय से तुर्की में बैक्टीरिया मारने के लिए किया जाता है। साथ ही इसके इस्तेमाल से शरीर के बदबू को भी रोका जाता है। इसमें अल्कोहल की मात्रा काफी ज्यादा होती है। इस कारण बैक्टेरिया मर जाते हैं। कोरोना कहर  इस परफ्यूम की बिक्री में काफी बढ़त देखी गई। इससे कोरोना वायरस तुरंत मर जाता है। 

लंबे समय से हो रहा यूज 
तुर्की में कलोन का इस्तेमाल काफी समय से हो रहा है। इसे तुर्की में होटल में आने वाले मेहमानों के हाथों को साफ़ करवाने के लिए इस्तेमाल किया जाता है। साथ ही बस से लंबी यात्रा कर आए लोगों पर भी कलोन छिड़का जाता है। साबुन कलोन से सस्ता आता है लेकिन अपनी खुशबू के कारण कलोन की डिमांड ज्यादा है। इसकी बिक्री और कोरोना को मारने की क्षमता देखते हुए देश के राष्ट्रपति तैयब एर्दोआन ने इसकी उत्पादन में कमी ना आने की बात कही है। यहां खासकर बुजुर्गों को ये परफ्यूम मिलेगा। 

तुर्की में ऐसे हैं हालात 
तुर्की में कोरोना के कुल 48 हजार केस हैं, जिसमें से 1 हजार लोगों की मौत हो चुकी है। इस वायरस के कारण यूरोप के बाकी देशों और ब्रिटेन से तुर्की हालात ज्यादा बेहतर है। बता दें कि तुर्की में 20 साल से कम और 65 से ऊपर के लोगों को घर में रहना अनिवार्य है। यहां सभी इंटरनेशनल फ्लाइट्स, स्पोर्ट्स इवेंट्स और सभी मस्जिद बंद कर दिए गए हैं। तब जाकर हालत थोड़े बेहतर हुए हैं।