सार

स्कूल का पहला दिन जहां स्टूडेंट्स के लिए खास होता है, वहीं उनके पेरेंट्स के लिए कम मायने नहीं रखता। वह समय बहुत भावुकता से भरा रहा, जब एक स्टैंडर्ड 1 की बच्ची अपने अंधे पेरेंट्स को स्कूल घुमाने के लिए अपने साथ लेकर आई।

हटके डेस्क। स्कूल का पहला दिन जहां स्टूडेंट्स के लिए खास होता है, वहीं उनके पेरेंट्स के लिए कम मायने नहीं रखता। वह समय बहुत भावुकता से भरा रहा, जब एक स्टैंडर्ड 1  की बच्ची अपने अंधे पेरेंट्स को स्कूल घुमाने के लिए अपने साथ लेकर आई। यह बात जब इंटरनेट पर सामने आई तो वायरल हो गई। लोगों ने बच्ची की इस गतिविधि को बहुत संवेदनशीलता के साथ लिया। बहुत से लोगों की तो यह देख कर आंखें भर आईं कि बच्ची किस तरह अपने अंधे मां-बाप को स्कूल में घुमा रही थी।

बहरहाल, एक शिक्षिका ने जब इस भावुक दृश्य को देखा तो उससे नहीं रहा गया और उसने उनकी तस्वीरें लेकर इंटरनेट पर डाल दी। इंटरनेट पर डालते ही यह पोस्ट वायरल हो गई। नदवा नासिर नाम की इस टीचर ने पोस्ट डालने के साथ ही यह डिस्क्राइब भी किया कि कैसे वह बच्ची अपने मां-बाप को स्कूल के हर हिस्से में ले गई और वहां के बारे में बताया। उसने लिखा कि उसने यह सब तब देखा, जब वह स्टैंडर्ड 1 की क्लास लेने आई। क्लास में 30 बच्चे थे। लेकिन इस बच्ची की इस गतिविधि ने उसे बहुत भावुक कर दिया। टीचर को वह बच्ची एक स्वतंत्र सोच की और काफी संवेदनशील लगी।

शिक्षिका ने कहा कि जब उसने बच्ची को अपने अंधे मां-बाप को स्कूल ग्राउंड में घुमाते हुए देखा तो उसकी आंखें आंसुओं से भर आईं। अभी ओरियेंटेंशन का कार्यक्रम चल रहा था। जब यह कार्यक्रम पूरा हो गया तो लड़की अपने पेरेंट्स को कैंटीन की तरफ ले गई और उन्हें वहीं तब तक बैठने को कहा, जब तक उसका स्कूल का समय खत्म नहीं हो जाता। यह देख कर उसकी शिक्षिका नदवा और भी प्रभावित हुई। 

उसकी शिक्षिका ने कहा कि यह लड़की कम उम्र की होते हुए भी काफी मेच्योर है और उसमें दूसरों का ख्याल रखने की भावना है। यह लड़की बड़ी होकर जीवन के किसी न किसी क्षेत्र में जरूर बड़ी सफलता हासिल करेगी, क्योंकि वह दूसरों की परवाह करती है।