सार

कई बार कुछ ऐसा कमाल हो जाता है कि देखने वाले भी हैरान रह जाते हैं। ऐसा ही तब हुआ जब रूस में 11 साल के एक बच्चे ने वेट लिफ्टिंग के एक कॉम्पिटीशन में 100 किलो का वजन उठा लिया। 
 

हटके डेस्क। कई बार कुछ ऐसा कमाल हो जाता है कि देखने वाले भी हैरान रह जाते हैं। ऐसा ही तब हुआ जब रूस में 11 साल के एक बच्चे ने वेट लिफ्टिंग के एक कॉम्पिटीशन में 100 किलो का वजन उठा लिया। इस बच्चे का नाम टिमोफे क्लेवेकिन है। टिमोफे का अपना वजन महज 38 किलोग्राम है। बता दें कि यह लड़का 6 साल की उम्र से ही वेट लिफ्टिंग कर रहा है। टिमोफे के पिता का नाम आर्सने शाल्या है। वह एक जिम ट्रेनर हैं। उनकी प्रेरणा और ट्रेनिंग से ही आज इतनी कम उम्र में टिमोफे ने यह उपलब्धि हासिल की है। टिमोफे इसी उम्र में कई वेट लिफ्टिंग प्रतियोगिताओ में भाग ले चुका है। टिमोफे ने जिन वेट लिफ्टिंग  प्रतियोगिताओ में भाग लिया है, उनमें उसकी उम्र से चार गुना ज्यादा बड़े लोग तक शामिल हो चुके हैं। 

टिमोफे अपने आयु वर्ग में रूस का सबसे ताकतवर वेट लिफ्टर माना जाता है। उसने खुद से ज्यादा आयु वर्ग के वेट लिफ्टर को हराया है। 100 किलो वजन उठाने के बाद अब टिमोफे 105 किलोग्राम वजन उठाने की प्रतियोगिता में भाग लेने की तैयारी में लगा है। वैसे, टिमोफे की मां यह पसंद नहीं करती कि इतनी कम उम्र में उसका बेटा इतने कठिन काम करे। लेकिन पिता उसका हौसला बढ़ा रहे हैं और उसे ट्रेनिंग भी दे रहे हैं। 

टिमोफे के पिता का कहना है कि उसके बेटे में काफी सेल्फ कॉन्फिडेंस है। वह वेट लिफ्टिंग में बेहतरीन काम कर रहा है और उसे पूरी उम्मीद है कि इस फील्ड में वह दुनिया भर में नाम कमाएगा। टिमोफे अगली प्रतियोगिता की तैयारी के लिए कड़ी मेहनत कर रहा है। इस उम्र में उसके दोस्त जहां खेलने-कूदने में व्यस्त रहते हैं, टिमोफे जिम में ट्रेनिंग करता रहता है। वहीं, कुछ हेल्थ एक्सपर्ट्स का मानना है कि कम उम्र में ज्यादा कड़ी ट्रेनिंग से टिमोफे के हेल्थ पर बुरा असर पड़ सकता है। उसके पिता का कहना है कि वह इस समस्या पर नजर रख रहे हैं और उसे कभी कुछ ऐसा नहीं करने देंगे, जिससे उसे किसी तरह का नुकसान पहुंचे।