सार
बहुत से लोग मोटापे के इस कदर शिकार हो जाते हैं कि उनकी जिंदगी दूभर हो जाती है। ऐसा ही एक महिला के साथ हुआ, जिसका वजन बढ़ते-बढ़ते 300 किलो हो गया और वह 10 साल तक घर में कैद हो कर रह गई।
मुंबई। कई बार कुछ लोगों का वजन इतना बढ़ जाता है कि उनका जीना दूभर हो जाता है। मुंबई की एक महिला के साथ ऐसा ही हुआ। अमिता राजानी नाम की इस महिला का वजन बढ़ते-बढ़ते 300 किलो हो गया और इसके चलते उनका चलना-फिरना मुस्किल हो गया। वे घर में ही कैद हो कर रह गईं। बता दें कि 16 वर्ष की उम्र में उनका वजन 126 किलो हो गया था।
42 साल की उम्र में वजन हो गया 300 किलो
अमिता का वजन लगातार बढ़ता जा रहा था। 42 साल की उम्र में उनका वजन 300 किलो हो गया। उन्होंने देश और विदेशों में भी अपने मोटापे का इलाज करवाया, पर कोई फायदा नहीं हुआ। बड़े-बड़े डॉक्टर भी उनके लगातार बढ़ते वजन की कोई वजह नहीं जान सके।
आखिर लीलावती अस्पताल में हुआ सफल इलाज
पूरी तरह निराश हो चुकीं अमिता जिंदगी से हार मान चुकी थीं। मोटापे के कारण उन्हें कोलेस्ट्रॉल, डायबिटीज, किडनी की बीमारी, सांस लेने में समस्या और डिप्रेशन भी हो गया था। 4 साल पहले किसी ने उन्हें बताया कि लीलावती अस्पताल में उनका इलाज हो सकता है। पर उनके लिए तो घर से बाहर निकलना भी मुश्किल हो गया था। आखिर एक सोफे पर बैठा कर खास एंबुलेंस से उन्हें अस्पताल ले जाया गया। लीलावती अस्पताल में उनका ऑपरेशन हुआ। उन्हें ऑपरेशन थिएटर तक ले जाने के लिए 20 लोगों की जरूरत पड़ी। ऑपरेशन सफल रहा और इसके बाद उनकी समस्या दूर हुई। यह एक चमत्कार की तरह था। अब उनका वजन घट कर 86 किलो हो गया है।