सार
पश्चिम बंगाल का चुनाव भाजपा और तृणमूल कांग्रेस दोनों के लिए करो या मरो की स्थिति वाला है। दोनों ही पार्टियों ने अपनी पूरी ताकत झोंक रखी है। यहां 6 अप्रैल को तीसरे चरण के लिए वोटिंग होगी। इसी के लिए फिल्म स्टार और गोरखपुर सांसद रवि किशन बुधवार को यहां रैलियां करने पहुंचे। हालांकि उनकी दो रैलियां रद्द हो गईं। उन्होंने मंगलवार को भी यहां चुनाव प्रचार किया था। बुधवार को रैलियों के दौरान भारी भीड़ देखी गई।
कोलकाता, पश्चिम बंगाल. पांच राज्यों केरल, तमिलनाडु, असम, पुडुचेरी और पश्चिम बंगाल में हो रहे विधानसभा चुनाव का घमासान चरम पर है। ये चुनाव देश की राजनीति बदलने वाले माने जा रहे हैं। पश्चिम बंगाल का चुनाव भाजपा और तृणमूल कांग्रेस दोनों के लिए करो या मरो की स्थिति वाला है। दोनों ही पार्टियों ने अपनी पूरी ताकत झोंक रखी है। यहां 6 अप्रैल को तीसरे चरण के लिए वोटिंग होगी। इसी के लिए फिल्म स्टार और गोरखपुर सांसद रवि किशन बुधवार को यहां रैलियां करने पहुंचे। हालांकि उनकी दो रैलियां रद्द हो गईं। इसके लिए उन्होंने ममता बनर्जी को जिम्मेदार ठहराया है। इससे पहले रवि किशन ने मंगलवार को भी यहां चुनाव प्रचार किया था।
बुधवार को रवि किशन दमदम, कोलकाता के आलमबाजार, बांगुर और रासबिहारी में जनसभा करने आए थे। लेकिन दमदम और रासबिहारी की रैलियां रद्द हो गईं। इससे पहले हुई रैली के दौरान जब बुजुर्गों ने उन्हें आशीर्वाद दिया तो उन्होंने ट्वीट किया-बंगाल के विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशियों के पक्ष में रोड शो और जनसभा में उमड़ रहा है जनसैलाब। भाजपा बंगाल में विजय नहीं, महाविजय की ओर अग्रसर हो रही है।
जानें कब चुनाव
बता दें कि बंगाल की 294 सीटों के लिए 8 चरणों में वोटिंग होगी। पहले चरण में 294 में से 30 सीटों पर 27 मार्च को वोट डाले जा चुके हैं। दूसरे चरण में 30 सीटों पर एक अप्रैल को, तीसरे चरण में 31 सीटों पर 6 अप्रैल को, चौथे चरण में 44 सीटों पर 10 अप्रैल को, पांचवे चरण में 45 सीटों पर 17 अप्रैल को, छठे चरण में 43 सीटों पर 22 अप्रैल को, सातवें चरण में 36 सीटों पर 26 अप्रैल को और आठवें चरण में 35 सीटों पर 29 अप्रैल को वोटिंग होगी।