सार
बुधवार को नंदीग्राम में नामांकन भरने के दौरान घायल हुईं ममता बनर्जी के मामले को लेकर भाजपा ने संशय जाहिर किया है। गुरुवार को बंगाल भाजपा ने मुख्य चुनाव आयोग को एक लेटर लिखकर मामले की गंभीरता से जांच कराने को कहा है, ताकि सच सामने आ सके।
कोलकाता, पश्चिम बंगाल. ममता के पैर में चोट ने बंगाल की राजनीति में मानों तूफान ला दिया है। तृणमूल कांग्रेस से राज्यसभा सांसद डेरेक ओ ब्रायन ने कहा है कि 9 मार्च को बंगाल में डीजीपी बदले गए और 10 मार्च को ममता पर हमला हुआ। इससे आप समझ सकते हैं कि क्या होने वाला है। लेकिन भाजपा इसे ड्रामा बता रही है, जिससे लोगों की सहानुभूति मिले। घटनास्थल पर मौजूद लोगों के बयान भी ममता बनर्जी पर हुए हमले को झुठलाते हैं।
भाजपा ने लिखा चुनाव आयोग को पत्र
- बंगाल भाजपा ने गुरुवार को चुनाव आयोग को एक पत्र लिखकर मामले की गंभीरता से जांच कराने की मांग की है। पत्र में लिखा गया कि टीवी पर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के घायल होने की खबर सुनकर हैरानी हुई। ममता ने अपने ऊपर हुए हमले के जो आरोप लगाए हैं, वो गंभीर मामला है। जिस वक्त डायरेक्टर सिक्योरिटी और एडिशनल डायरेक्टर सिक्योरिटी दोनों मौजूद हों, ऐसे में यह एक्सीडेंट कैसे हो सकता है?
- भाजपा ने चुनाव आयोग से घटनास्थल के वीडियो फुटेज निकलवाकर मामले की जांच कराने की मांग की है, ताकि सच सामने आ सके। भाजपा ने बनर्जी पर हुए कथित हमले का पूरा वीडियो जारी करने की अपील की है। बता दें कि इस मामले में पुलिस ने केस दर्ज किया है। घटनास्थल पर मौजूद मिठाई की दुकान के मालिक निमाई मैती ने मीडिया को बताया कि कार के दरवाजे से टकराने से ममता को चोट लगी।