सार
अमेरिका के शिकागों में अजीबो गरीब मामला सामने आया है। जहां एक परिवार को पुलिस की लापरवाही से मानसिक पीड़ा झेलनी पड़ी है। दरअसल, कुछ महीने पहले एक 12 साल के मासूम को पुलिस ने गोली मारकर घायल कर दिया थी।
शिकागो. अमेरिका के शिकागों में अजीबो गरीब मामला सामने आया है। जहां एक परिवार को पुलिस की लापरवाही से मानसिक पीड़ा झेलनी पड़ी है। दरअसल, कुछ महीने पहले एक 12 साल के मासूम को पुलिस ने गोली मारकर घायल कर दिया था। पुलिस एक अफसर से इस घटना को तब अंजाम दिया जब उन्होंने शक के चलते एक घर पर छापा मारा था। मामले में मासूम की मां की रिपोर्ट दर्ज कराने के बाद अब उस SWAT पुलिस अफसर पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। वहीं पीड़ित ने मुआवजा देने की भी मांग की है।
क्या हुआ था उस दिन...
पीड़ित की मां मुताबिक- '26 मई को सुबह 5 बजे के आसपास दो दर्जन से अधिक SWAT (अमेरिका पुलिस की यूनिट) के अफसर में क्रिसटल वर्शिप के घर में दाखिल होते हैं। वे अपने बॉयफ्रेंड और 3 बच्चों के साथ सो रही थी। सभी अफसरों के पास राइफल्स थी। ये सभी अफसर क्लब हिल्स डिपार्टमेंट और रिचटोन पार्क पुलिस डिपार्टमेंट के थे। पुलिस अफसरों का कहना था कि उनके पास क्रिस्टल के बॉयफ्रेंड पर ड्रग्स और बिना लाइसेंस का हथियार रखने का आरोप में गिरफ्तारी वारंट है। हालांकि गिरफ्तारी के बाद आरोपों को हटा लिया गया है।'
'पुलिस के ये अधिकारी घर की तलाशी लेने लगते हैं। तभी कुछ देर बाद मेरे 12 साल के बेटे आमिर वर्शिप के रूम में एक अफसर घुसता है और रुम की तलाशी लेने लगता है। आमिर पलंग पर बैठा हुआ था और हाथ ऊंचे किया हुआ था। तभी पुलिस अफसर अपनी फ्लेश लाइट एक तरफ रखकर बंदूक से आमिर पर हमला कर देता है। गोली सीधे आमिर के पैरों में लगती है। जिससे आमिर बुरी तरह घायल हो जाता है। आमिर चुपचाप पलंग पर बैठा हुआ था। मुझे नहीं लगता इससे अफसर को किसी तरह खतरा होगा। उस समय कमरे में आमिर के आलावा कोई नहीं था। पुलिसकर्मी को गोली नहीं मारनी चाहिए थी।
पीड़ित की मां क्रिस्टल वर्शिप का कहना - 'उस समय वह अपने घायल बेटे से मिलना चाहती थी, लेकिन उसे पकड़कर पुलिस स्टेशन ले जाया गया। उसे अपने बेटे से मिलने की अनुमती नहीं दी गई। वो और उसका बेटा हमले के बाद से सदमे में है। उन्हें अजीबो गरीब सपने आते हैं। पीड़ित आमिर पुलिस का नाम सुनते ही डर जाता है। उसके घुटनों की सर्जरी हुई है, और उसे एक लंबी मेडिकल प्रक्रिया से गुजरना पड़ा है।' अब हम परिवार सहित शिकागो से टेक्सास में शिफ्ट होना चाहते हैं।' क्रिस्टल की मांग है - 'लापरवाही बरतने के एवज में उनके परिवार को प्रशासन की तरफ से 50 हजार डॉलर का मुआवजा दिया जाए।'