भारत-बांग्लादेश में बढ़ते तनाव के बीच दिल्ली स्थित बांग्लादेश हाई कमीशन ने वीजा सेवाएं अनिश्चितकाल के लिए सस्पेंड कर दीं। प्रदर्शन और हिंसा की घटनाओं के बाद अगरतला व सिलीगुड़ी में भी सेवाएं रुकीं, जबकि ढाका ने आरोपी के भारत में होने से इनकार किया।
नई दिल्ली। बांग्लादेश हाई कमीशन ने अपने सभी वीजा और काउंसलर सेवाओं को अस्थायी रूप से बंद कर दिया है। मामले से जुड़े लोगों ने बताया कि द्विपक्षीय संबंधों में नए तनाव के बीच सोमवार 22 दिसंबर को नई दिल्ली में बांग्लादेश हाई कमीशन ने मिशन के पास प्रदर्शनकारियों के एक छोटे समूह के इकट्ठा होने के बाद अनिश्चित काल के लिए वीजा सेवाएं सस्पेंड कर दीं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, यह रोक अगले आदेश तक लागू रहेगी।
खंड हिंदू राष्ट्र सेना के लोगों ने लगाए बांग्लादेश विरोधी नारे
रिपोर्ट्स के मुताबिक, बांग्लादेश उच्चायोग की तरफ ये कदम तब उठाया गया, जब अखंड हिंदू राष्ट्र सेना के कुछ लोगों ने शनिवार को दिल्ली में हाई कमीशन के सामने विरोध प्रदर्शन किया और बांग्लादेश विरोधी नारे लगाए। बता दें कि हिंदू सेना द्वारा यह प्रदर्शन बांग्लादेश में 27 साल के दीपू चन्द्र दास की बर्बरतापूर्ण लिंचिंग के विरोध में किया गया था।
अगरतला में बांग्लादेश कॉन्सुलेट ने लगाई वीजा सर्विस पर रोक
इससे पहले अगरतला में बांग्लादेश कॉन्सुलेट भी वीजा सर्विस पर रोक लगा चुका है। बांग्लादेश के त्रिपुरा में असिस्टेंट हाई कमीशन ने रविवार को टिप्रामोथा पार्टी और दूसरे ग्रुप्स के मिशन के बाहर विरोध प्रदर्शन के बाद वीजा सर्विसेज को सस्पेंड करने की घोषणा की। पश्चिम बंगाल के सिलीगुड़ी में बांग्लादेश की ओर से एक प्राइवेट ऑपरेटर द्वारा दी जाने वाली वीजा सेवाएं भी तोड़फोड़ की घटना के बाद सस्पेंड कर दी गईं।
उस्मान हादी की हत्या के आरोपी के भारत में होने के सबूत नहीं
वहीं, बांग्लादेश के गृह मंत्रालय ने कहा है कि इस बात के कोई पुख्ता सबूत नहीं हैं कि इंकलाब मंच के नेता उस्मान हादी की हत्या के आरोपी ने भारत में शरण ली है। गृह मंत्रालय के IG रफीकुल इस्लाम के मुताबिक, मुख्य आरोपी फैसल करीम मसूद के ठिकाने के बारे में कोई जानकारी नहीं है।
उस्मान हादी की मौत के बाद बांग्लादेश में भड़की हिंसा
बता दें कि पिछले हफ्ते कट्टरपंथी छात्र नेता शरीफ उस्मान हादी की मौत के बाद बांग्लादेश में भारती विरोधी प्रदर्शन बड़े पैमाने पर हुए हैं। 18 दिसंबर को चटगांव में एक बड़ी भीड़ ने भारत के असिस्टेंट हाई कमीशन पर हमला करने की कोशिश की। इसके बाद चटगांव में भारतीय वीजा सेवाएं निलंबित कर दी गई थीं। इसके अलावा ढाका, खुलना और राजशाही में भी भारत के मिशनों के पास विरोध प्रदर्शन किया गया था।
भारत-बांग्लादेश संबंध नाजुक मोड़ पर
बांग्लादेश में अगस्त, 2024 में छात्रों के विरोध प्रदर्शनों के बीच शेख हसीना सरकार के गिरने और उसके बाद मुहम्मद यूनुस के नेतृत्व में अंतरिम सरकार के गठन के बाद से भारत-बांग्लादेश संबंध अब तक के सबसे निचले स्तर पर हैं। उस्मान हादी की मौत के बाद हिंदूओं के खिलाफ भड़की हिंसा ने इस रिश्ते में तनाव को और ज्यादा बढ़ा दिया है।


