सार

ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन (Boris Johnson) 21 मई को भारत आएंगे। 22 मई को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ उनकी बैठक होगी। इससे पहले उन्होंने ट्वीट कर रूस की आलोचना की है। उन्होंने कहा कि हम निरंकुश राज्यों से अपनी शांति और समृद्धि के लिए खतरों का सामना कर रहे हैं।

लंदन। ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन (Boris Johnson) अपने दो दिन के दौरे पर 21 अप्रैल को भारत आएंगे। 22 अप्रैल को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) के साथ उनकी बैठक होगी। भारत आने से पहले उन्होंने ट्वीट कर रूस की आलोचना की। इसके साथ ही उन्होंने भारत के साथ संबंधों को और घनिष्ठ बनाने की बात की है। 

उन्होंने अपने ट्वीट में कहा, "इस सप्ताह मैं भारत की यात्रा करूंगा। दोनों देशों के बीच दीर्घकालिक साझेदारी को गहरा किया जाएगा।" रूस का नाम लिए बिना उन्होंने कहा, "हम निरंकुश राज्यों से अपनी शांति और समृद्धि के लिए खतरों का सामना कर रहे हैं। ऐसे में यह महत्वपूर्ण है कि लोकतंत्र और मित्र देश एक साथ रहें।"

 

 

रोजगार सृजन और आर्थिक विकास पर रहेगा फोकस 
यूके के पीएम ने भारत को एक प्रमुख आर्थिक शक्ति और दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र करार दिया। उन्होंने कहा कि भारत ब्रिटेन के लिए बेहद महत्वपूर्ण रणनीतिक साझेदार है। बोरिस जॉनसन की भारत यात्रा का मुख्य फोकस रोजगार सृजन और आर्थिक विकास पर रहेगा। 

मुक्त व्यापार पर होगी बात
ब्रिटिश पीएम ने ट्वीट किया, "मेरी भारत यात्रा के दौरान दोनों देशों के लोगों के लिए रोजगार सृजन, आर्थिक विकास से लेकर ऊर्जा सुरक्षा और रक्षा के मामले पर बात होगी। वह एक मुक्त व्यापार समझौते पर बातचीत में प्रगति के लिए भी जोर देंगे। उनके कार्यालय ने कहा कि इस तरह के व्यापार सौदे की भविष्यवाणी की गई थी कि 2035 तक ब्रिटेन के कुल व्यापार में सालाना 28 बिलियन पाउंड (36.5 बिलियन डॉलर) तक की वृद्धि होगी।

कोरोना के चलते पिछले साल रद्द की थी यात्रा
बोरिस जॉनसन के कार्यालय के अनुसार जॉनसन और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 22 अप्रैल को दिल्ली में बातचीत करेंगे। पिछले साल बोरिस जॉनसन को कोरोना महामारी के कारण भारत की यात्रा रद्द करनी पड़ी थी। मई 2021 में दोनों देशों ने ब्रिटेन में भारतीय निवेश के 530 मिलियन पाउंड से अधिक की साझेदारी की घोषणा की। डाउनिंग स्ट्रीट ने कहा कि जॉनसन से आगे बड़े निवेश और अत्याधुनिक विज्ञान, स्वास्थ्य और प्रौद्योगिकी पर नए सहयोग की घोषणा करने की उम्मीद है।