सार
बंधक बनाने वाला एक पाकिस्तानी न्यूरोसाइंटिस्ट आफिया सिद्दीकी (Aafia Siddiqui) की रिहाई की मांग कर रहा था। आफिया सिद्धिकी को लेडी अल-कायदा (Lady Al-Qaeda) के नाम से जाना जाता है।
लंदन। ब्रिटिश पुलिस (British Police) ने पिछले वीकेंड पर एक व्यक्ति द्वारा यहूदी पूजाघर (synagogue) में बंधक बनाए गए मामले में शामिल दो संदिग्धों को अरेस्ट किया है। इन लोगों पर आरोप है कि दोनों ने बंधक बनाए में मदद की थी। ग्रेटर मैनचेस्टर पुलिस ने एक ट्वीट में कहा कि गुरुवार सुबह मध्य इंग्लैंड के बर्मिंघम और उत्तर पश्चिमी इंग्लैंड के मैनचेस्टर में दोनों को अरेस्ट किया गया था। काउंटर टेररिज्म पुलिसिंग नॉर्थ वेस्ट (Counter Terrorism Policing North West) द्वारा दोनों संदिग्धों से हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है।
यह है मामला?
उत्तर पश्चिमी इंग्लैंड के ब्लैकबर्न (Blackburn) के 44 वर्षीय मलिक फैसल अकरम (Malik Faisal Akram) की शनिवार को 10 घंटे की घेराबंदी के दौरान गोली मार दी गई थी। इस एनकाउंटर के बाद एक रब्बी (यहूदी धर्म शिक्षक) सहित चार बंधकों को मुक्त कराया गया।
मीडिया रिपोर्टों में कहा गया है कि 2020 में ब्रिटेन की घरेलू सुरक्षा एजेंसी MI5 द्वारा अकरम की जांच की गई थी, जिसने सबूतों की कमी के कारण एक महीने से थोड़ा अधिक समय बाद जांच बंद कर दी थी। सुरक्षा एजेंसी उसके देश में खतरनाक गतिविधियों में लिप्त होने के आरोपों की जांच कर ही थी।
पाकिस्तानी साइंटिस्ट की रिहाई की मांग कर रहे थे
रिपोर्टों में कहा गया है कि बंधक बनाने वाला एक पाकिस्तानी न्यूरोसाइंटिस्ट आफिया सिद्दीकी (Aafia Siddiqui) की रिहाई की मांग कर रहा था। आफिया सिद्धिकी को लेडी अल-कायदा (Lady Al-Qaeda) के नाम से जाना जाता है। आफिया को नजरबंद रखा गया है जिस वजह से जेहादी परेशान हैं।
पूछताछ के लिए रविवार को भी दो अरेस्ट
ब्रिटेन की पुलिस ने रविवार को दो किशोरों को गिरफ्तार किया था। घेराबंदी के सिलसिले में ब्लैकबर्न से लगभग 21 मील (34 किलोमीटर) दूर मैनचेस्टर में एक संपत्ति की तलाशी ली, लेकिन उन्हें बिना किसी आरोप के रिहा कर दिया।
यह भी पढ़ें:
आतंक का आका Pakistan कर रहा भारत के खिलाफ बड़ी साजिश, ड्रग तस्करों का इस्तेमाल कर भेज रहा IED