सार

Tajikistan Latest News: मध्य एशियाई इस्लामिक देश ताजिकिस्तान में सरकार ने महिलाओं के बुर्का पहनने पर और पुरुषों को दाढ़ी बढ़ाने पर रोक लगा दी है। इसका उद्देश्य धार्मिक कट्टरपंथ पर रोक लगाना बताया जा रहा है।

 

Burqa ‌Banned in Tajikistan: मध्य एशिया के मुस्लिम बाहुल्य देश ताजिकिस्तान की सरकार ने एक बड़ा फैसला लेते हुए पुरुषों को दाढ़ी रखने और महिलाओं को बुर्का पहनने पर रोक लगा दी है। इन फैसलों को न मानने वाले लोगों पर जुर्माना लगाने का कानून भी बनाया गया है। सरकार का कहना है कि इससे धार्मिक कट्टरपंथ पर रोक लगेगी और रुढ़िवादी इस्लाम को कमजोर करने में मदद मिलेगी।

कहां है ताजिकिस्तान?
मध्य एशिया में अफगानिस्तान, चीन, किर्गिस्तान और उज्बेकिस्तान की सीमा सा लगा एक मुस्लिम बाहुल्य देश है ताजिकिस्तान। यहां की 98 प्रतिशत आबादी मुस्लिम है जो इस्लाम में बताए गए नियमों को मानती है। ये देश पिछले कुछ समय से आतंकवाद की घटनाओं के कारण इंटरनेशनल निगरानी में है। मार्च 2024 में रुस की राजधानी में जो आतंकवादी हमला हुआ था, जिसमें भी इसी देश के नागरिकों की पहचान हुई थी।

क्या आदेश दिया है सरकार ने?
ताजिकिस्तान के लागू किए गए नए कानून के मुताबिक, कोई भी नागरिक अपनी दाढ़ी नहीं बढ़ा सकता। यदि किसी ने ऐसा किया तो सार्वजानिक स्थानों पर उसकी दाढ़ी काट दी जाएगी और उसे जेल भी हो सकती है। साथ ही साथ यहां महिलाओं के बुर्का पहनने पर भी रोक लगा दी गई है। यदि किसी महिला ने ऐसा किया तो उस पर 1 लाख का जुर्माना लगाया जा सकता है। सरकार ने इन आदेशों के पालन के लिए मोरल पुलिस की तैनाती की है।

सरकार ने क्यों बनाए ये कानून?
ताजिकिस्तान के राष्ट्रपति इमोमाली रहमोन के अनुसार, इन कानूनों का उद्देश्य धार्मिक कट्टरपंथ पर रोक लगाना है। ऐसे ही कानूनों से इस्लामिक चरमपंथ पर कम किया जा सकता है। इससे पहले साल 2015 में भी रहमोन 18 साल से कम उम्र के युवाओं को मस्जिद जाने पर रोक लगा चुके हैं। राष्ट्रपति रहमोन इस्लामिक शिक्षा, पहनाने और परंपराओं को अनावश्यक बताते हैं।


ये भी पढ़ें-

कमला हैरिस-डोनाल्ड ट्रम्प की बहस: कौन जीता, क्या चुनाव के रिजल्ट पर असर पड़ेगा?


अमेरिका में राहुल गांधी ने पीएम मोदी के लिए कही ये बात, पढ़ें 10 बड़े बयान