सार
Trump Presidential oath countdown: यूएस में नए प्रेसिडेंट का शपथ ग्रहण 20 जनवरी को होगा। नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप दूसरी बार राष्ट्रपति पद की शपथ लेने जा रहे हैं। अपने शपथ ग्रहण को ट्रंप ग्लोबल मंच बनाने के लिए दुनिया के तमाम राष्ट्राध्यक्षों व वीवीआईपी को आमंत्रित किए हैं। हालांकि, इनविटेशन बांटे जाने में विसंगति होने के बाद गेस्ट्स को लेकर सिक्योरिटी एजेंसियां चिंतित तो हैं हीं, अब एक नया बखेड़ा खड़ा हो गया है। दरअसल, अमेरिकी राष्ट्रपति के शपथ में पहुंचने के लिए वीवीआईपी लोगों के बीच मची होड़ की वजह से पास की किल्लत हो गई है। दुनिया के तमाम उद्योगपति किसी भी कीमत पर शपथ ग्रहण में पहुंचना चाहते हैं लेकिन यह होड़ ही परेशानी का सबब बन चुका है। डोनेशन के बाद भी पास नहीं मिल पा रहा।
अमेरिकी राष्ट्रपति के शपथ ग्रहण के लिए प्रमुख विश्व शक्तियों और अमेरिका के प्रमुख सहयोगियों को निमंत्रण भेजे गए हैं। दुनिया के बिजनेस टाइकून्स इस शपथ में वीवीआईपी पास के लिए संपर्क में लगे हुए हैं। माना जा रहा है कि इस निमंत्रण का उपयोग वे आने वाले प्रशासन की नजरों में बने रहने के लिए करना चाहता हैं। लेकिन निराश करने वाली बात यह कि डोनेशन के बाद भी पास नहीं मिल पा रहा।
कॉर्पोरेट्स में बड़ा अमाउंट डोनेट कर पास की होड़
ट्रंप प्रशासन को खुश करने के लिए उद्योग जगत में डोनेशन की होड़ मची हुई है। यूएस राष्ट्रपति के शपथ के लिए बड़े-बड़े बिजनेस टाइकून्स ने काफी बड़ा अमाउंट डोनेट किया है। द न्यूयॉर्क टाइम्स की एक रिपोर्ट के अनुसार, आयोजन कमेटी ने 200 मिलियन डॉलर से अधिक रकम जुटा ली है और यह रकम अभी और बढ़ेगी। अकेले एविएशन दिग्गज बोइंग ने 1 मिलियन डॉलर दिया है। गूगल, मेटा और माइक्रोसॉफ्ट के अलावा डोनेशन वाली लिस्ट में शेवरॉन, अमेज़ॅन और उबर भी शामिल हैं। इसी तरह ऐप्पल के सीईओ टिम कुक और ओपनएआई के सीईओ सैम ऑल्टमैन भी 1-1 मिलियन डॉलर डोनेट कर रहे हैं।
अपना ही रिकॉर्ड तोड़ेंगे ट्रंप
शपथ समारोह आयोजित करने के लिए जुटाए जा रहे डोनेशन में डोनाल्ड ट्रंप इस बार अपना ही रिकॉर्ड तोड़ रहे हैं। दरअसल, जब 2021 में निवर्तमान राष्ट्रपति जो बिडेन ने शपथ ली थी तो उनके समारोह में बेहद कम धनराश एकत्र की गई थी। सरकारी आंकड़े के अनुसार, बिडेन के शपथ के लिए लगभग 62 मिलियन डॉलर डोनेशन मिला था। जबकि उसके पहले ट्रंप ने अपने शपथ के लिए रिकॉर्ड 107 मिलियन डॉलर जुटाए थे। इस बार यह आंकड़ा 200 मिलियन डॉलर को पार कर चुका है।
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डोनेशन के बाद भी वीवीआईपी पास का टोटा
इस बार भारी संख्या में बिजनेस दिग्गजों के डोनेशन करने और पास की आस लगाए जाने से अब शपथ ग्रहण के लिए पास की कमी हो गई है। स्थिति यह हो गई है कि लाखों डॉलर डोनेशन देने के बाद भी वीवीआईपी पास नहीं दिया जा रहा है। यह इसलिए क्योंकि शपथ ग्रहण समारोह स्थल पर जगह ही नहीं है। यह किल्लत इसलिए हो गई क्योंकि फंड जुटाने वालों ने अपने प्रमुख डोनेटर्स के नेटवर्क में पर्सनली डोनेशन लिंक भेज दिया था। डोनेशन करने की इसके बाद होड़ मच गई कि लिंक भी काम करना बंद हो गया। लिमिटेड सीट लिखे जाने की वजह से डोनेशन की संख्या काफी अधिक हो गई। इन लोगों को छह टिकट और शपथ ग्रहण के अलावा राष्ट्रपति ट्रंप और उनकी पत्नी मेलानिया के साथ कैंडललाइट डिनर में भी शामिल होना था लेकिन अब पास की कमी से काफी लोग इससे वंचित रह गए।
कैसे पहुंच सकते हैं अब ये लोग?
पर्सनल डोनेशन देने वालों के लिए अब सिर्फ एक विकल्प है। वह यह कि समारोह में सीट पाने के लिए वह कांग्रेस के सांसदों के माध्यम से जनता के लिए मिले फ्री टिकट्स ले सकते हैं। हालांकि, ये लोग बिजनेस लीडर्स को मिलने वाली अन्य सुविधाओं को इससे नहीं पा सकेंगे।
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