सार

रूस और यूक्रेन युद्ध के बीच जर्मनी का चीन पर सख्त रवैया सामने आया है। यहां जर्मनी ने चीन को सीधे चेतावनी दी है। साथ ही जर्मनी ने चीन को चेताया और कहा कि चीन पुतिन को हथियार न भेजे।

बर्लिन. रूस और यूक्रेन युद्ध के बीच जर्मनी का चीन पर सख्त रवैया सामने आया है। यहां जर्मनी ने चीन को सीधे चेतावनी दी है। साथ ही जर्मनी ने चीन को चेताया और कहा कि चीन पुतिन को हथियार न भेजे।

सदन में क्या बोले ओलाफ स्कोल्ज

जर्मनी के चांसलर ओलाफ़ स्कोल्ज़ ने गुरुवार को चीन से अपील की है कि वह रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे युद्ध में रूस की मदद न करे। साथ ही उन्हें हथियार सप्लाई न करे। साथ ही जर्मन चांसलर ने कहा है कि रूस को सेना वापस लेने पर विचार करने के लिए कहना चाहिए।

जर्मनी की संसद में दिया भाषण

जर्मनी की संसद में भाषण के दौरान चांसलर ओलाफ ने कहा कि यह बेहद निराश करने वाली बात है। उन्होंने कड़े शब्दों में चीन को संदेश देते हुए कहा है कि चीन अपने प्रभाव का इस्तेमाल रूस की सेना वापसी के लिए करे और किसी भी तरह के हथियार रूस को न भेजे।

एंटोनी ब्लिंकन ने रूस पर लगाए आरोप

इधर, अमेरिका के स्टेट सचिव एंटोनी ब्लिंकन ने रूस पर कई आरोप लगाए हैं। उन्होंने मानवधिकार परिषद में एक भाषण के दौरान रूस पर घरेलू आलोचकों को दबाने का आरोप लगाया। इसके अलावा यूक्रेन युद्ध में संयुक्त राष्ट्र से अनिवार्य जांच करने की अपील की है।