सार

Ian Bremmer: अमेरिकी राजनीतिज्ञ इयान ब्रेमर ने ट्रंप और मोदी की मुलाकात को बेहद कामयाब बताया है। ब्रेमर के अनुसार, ट्रंप चीन को रोकना चाहते हैं और इसलिए भारत अमेरिका के लिए महत्वपूर्ण सहयोगी है।

Ian Bremmer: अमेरिकी राजनीति शास्त्रि इयान ब्रेमर ने कहा है कि ट्रंप और मोदी के बीच अमेरिका में हुई मुलाकात सबसे कामयाब द्विपक्षीय वार्ताओं में से एक थी। भारतीय समाचार चैनल इंडिया टुडे से बात करते हुए इयान ब्रेमर ने कहा है कि ट्रंप-मोदी की मुलाकात दुनिया के वैश्विक नेताओं के बीच सबसे कामयाब वार्ताओं में से एक है।

ब्रेमर ने कही ये बात

ब्रेमर ने कहा है कि राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप ने जितने भी वैश्विक नेताओं से मुलाकात की है, उनमें मोदी के साथ मुलाकात सबसे कामयाब रही। उन्होंने कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति चीन के साथ कारोबार में गतिरोध पैदा करने का इरादा रखते हैं और इससे आने वाले समय में चीन के साथ अमेरिका के रिश्ते खराब होंगे। इयान ब्रेमर ने जोर देकर कहा कि इसी वजह से ट्रंप और मोदी की मुलाकात बेहद महत्वपूर्ण थी।

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'ट्रंप चीन को रोकना चाहते हैं'

ब्रेमर ने कहा कि ट्रंप चीन को रोकना चाहते हैं और इस वजह से भारत अमेरिका का एक अहम सहयोगी देश बन जाता है। उन्होंने ये भी कहा कि ट्रंप भारत को अमेरिकी सैन्य तकनीक और सामान बेचना चाहते हैं और अमेरिकी और भारतीय टेक कंपनियों के बीच संबंधों को मजबूत करना चाहते हैं। ब्रेमर ने कहा- ट्रंप प्रशासन भारत के साथ मजबूत रक्षा रिश्ते रखना चाहता है। अमेरिका भारत को अधिक सैन्य उपकरण और तकनीक बेचना चाहता है। जब ब्रेमर से अप्रवासी भारतीयों पर सख्ती के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि ट्रंप इस मामले में किसी भी देश के साथ नरमी नहीं बरत रहे हैं।