सार

पीपीपी और पीडीएम ने 8 मार्च को एनए सचिवालय में प्रीमियर के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव दायर किया था। पीपीपी अध्यक्ष  बिलावल भुट्टो-जरदारी ने आज दावा किया कि नशेनल असेंबली के अध्यक्ष अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के लिए सदन नहीं बुलाना चाहते हैं।

इस्लामाबाद। इमरान सरकार (Imran Khan Government) के खिलाफ विपक्ष के अविश्वास प्रस्ताव (no confidence motion) पर चर्चा के लिए सदन नहीं बुलाने पर विरोधी दलों ने सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। विपक्ष ने धमकी दी है कि सोमवार तक सदन नहीं बुलाया गया तो निचले सदन में होने वाले ओआईसी शिखर सम्मेलन (OIC Summit) नहीं होने देंगे। पीपीपी (PPP) और पीडीएम (PDM) ने 8 मार्च को एनए सचिवालय में प्रीमियर के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव दायर किया था।

बिलावल भुट्टो ने लगाया आरोप, कानून का हो रहा दुरुपयोग

पीपीपी अध्यक्ष (PPP Chairman) बिलावल भुट्टो-जरदारी (Bilawal Bhutto-Zardari) ने आज दावा किया कि नशेनल असेंबली (National Assembly) के अध्यक्ष का इरादा संविधान, कानूनों और सदन के नियमों का उल्लंघन करने का है। वह अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के लिए सदन नहीं बुलाना चाहते हैं। बिलावल ने कहा कि कानून और मानदंडों के लिए स्पीकर को सोमवार तक प्रधानमंत्री इमरान खान के खिलाफ प्रस्तुत अविश्वास प्रस्ताव पर एक सत्र बुलाने की आवश्यकता है। 

सदन में ही धरना देंगे विपक्षी सदस्य

बिलावल भुट्टो जरदारी ने कहा कि स्पीकर की अलोकतांत्रिक मानसिकता सामने है, नहीं तो वह सोमवार तक अविश्वास प्रस्ताव लाने के लिए दन बुला लेते। उन्होंने पार्टी नेताओं को सलाह दी कि स्पीकर की अलोकतांत्रिक मानसिकता के खिलाफ उनके पार्टी व अन्य विपक्षी दलों के नेाताओं को सदन से बाहर नहीं निकलना चाहिए, फिर देखा जाए कि सरकार ओआईसी शिखर सम्मेलन कैसे करती है। उन्होंने कहा कि अगर इस्लामिक सहयोग संगठन का शिखर सम्मेलन सरकार सही से कराना चाहती है तो लोकतांत्रिक मूल्यों का संरक्षण करते हुए अविश्वास प्रस्ताव के लिए सदन बुलाने का आह्वान करे। 

बिलावल ने कहा, "अगर वे हमें कानून, संविधान और एनए मानदंडों का सम्मान नहीं करने की धमकी देते हैं, तो हम उस मंजिल पर तब तक बैठे रहेंगे जब तक हमें हमारा अधिकार नहीं दिया जाता।" उन्होंने कहा, "हम ओआईसी [शिखर सम्मेलन] चाहते हैं। पूरा देश चाहता है। लेकिन यह तभी ठीक से हो सकता है जब स्पीकर अपनी भूमिका निभाए।"
बिलावल ने कहा, "ओआईसी के लिए कोई समस्या नहीं होगी और अगर वह सोमवार को अविश्वास प्रस्ताव की कार्यवाही शुरू करते हैं तो हमें कोई शिकायत नहीं होगी।" 

पीएमएल-एन भी बिलावल के साथ...

पीएमएल-एन (PML-N) के अध्यक्ष और राष्ट्रीय संसद में विपक्ष के नेता ने बिलावल से सहमति जताई और कहा कि यदि अध्यक्ष निर्धारित समय के भीतर सत्र नहीं बुलाते हैं और देरी करने की रणनीति का इस्तेमाल करते हैं, तो विधानसभा हॉल में बैठने की आवश्यकता होगी। ओआईसी शिखर सम्मेलन में भाग लेने वाले देश के मेहमान हैं लेकिन आप इस [OIC meeting] के नाम पर कानून या संविधान को नहीं तोड़ सकते।

यह भी पढ़ें:

यूक्रेन के राष्ट्रपति ज़ेलेंस्की ने दिया येरूशलम में पुतिन के मिलने का प्रस्ताव, बोले-नफ्ताली बेनेट करें मध्यस्थता

रूस की ये कैसी नैतिकता: महिलाओं और बच्चों पर सैनिकों ने बरसाई गोलियां, बच्चा समेत सात महिलाओं की मौत

फिनलैंड सबसे खुशहाल देश, अफगानिस्तान-लेबनान इस वजह से सबसे नाखुश लोगों का देश