सार
15 जून को हुई हिंसक झड़प के भारत चीन विवाद अपने चरम पर है। विवाद के बाद दोनों देशों की सेनाओं ने कमर कस ली है। लेह में भारत के मिग 29 और अपाचे हेलिकॉप्टर की तैनाती के बाद चीन ने भी सीमा से सटे अपने एयरबेसों पर बडे़ पैमाने पर फाइटर जेट तैनात किए हैं।
बीजिंग. 15 जून को हुई हिंसक झड़प के भारत चीन विवाद अपने चरम पर है। दोनों देशों की सेनाओं ने कमर कस ली है। लेह में भारत के मिग 29 और अपाचे हेलिकॉप्टर की तैनाती के बाद चीन ने भी सीमा से सटे अपने एयरबेसों पर बडे़ पैमाने पर फाइटर जेट तैनात किए हैं। चीन ने सिक्किम के पास शिगात्से, होटान और नग्यारी और अरुणाचल सीमा के पास नयिंगची में फाइटर जेट, हेलिकॉप्टर और बमवर्षक विमान तैनात किए हैं।
इतना ही नहीं चीन ने पेंगांग सो झील पर फिंगर 4 के आगे निगरानी को बढ़ा दिया है, जिससे वह भारतीय सैनिकों के गश्त को रोक सके।
अरुणाचल सीमा पर बढ़ाई गतिविधि
द ट्रिब्यून की रिपोर्ट के मुताबिक, चीन ने भारत से सटी अपनी सीमा पर स्थित एयरबेसों पर अतिरिक्त फाइटर जेट और हेलिकॉप्टरों की तैनाती की है। इसके अलावा अब चीनी आर्मी ने अरुणाचल की सीमा पर अपनी गतिविधि तेज कर दी है। चीन पेंगांग सो झील पर वास्तविक नियंत्रण रेखा को बदलने के प्रयास में है। यहीं चीनी सेना गोगरा हॉट स्प्रिंग में भी बड़े स्तर पर सैनिकों की तैनाती की है।
भारत ने भी बढ़ाई तैयारी
चीन द्वारा अतिरिक्त तैनाती से भारत के देपसांग, मुर्गो, गलवान, हॉट स्प्रिंग, कोयूल, फूकचे और देमचोक में खतरा बढ़ रहा है। इस खतरे को देखते हुए भारत ने भी अपनी तैयारी बढ़ाते हुए कई जरूरी कदम उठाए हैं।
चीन ने तैनात किए ये विमान
चीन ने भारत से सटी सीमा के पास जे-11 और जे16 एस को तैनात किया है। जे-11 रूस के सुखोई एसयू 27 का चीनी वर्जन है। यह दूर तक हमला करने में सक्षम है। इसमें दो इंजन होते हैं। यह विमान 33000 किलोग्राम के वजन के साथ काफी ऊंचाई तक उड़ान भर सकता है। जे 11 1500 किमी की दूरी तक मार कर सकता है।
15 जून को हुई थी हिंसक झड़प
पूर्वी लद्दाख के गलवान घाटी में चीनी और भारतीय सैनिकों की झड़प हुई थी। इसमें भारत के 20 जवान शहीद हो हए थे। वहीं, इस झड़प में 40 से ज्यादा चीनी सैनिकोंं के हताहत होने की खबर है। हालांकि, चीन ने आधिकारिक पुष्टि नहीं की है।