सार
संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी मिशन के प्रथम सचिव पवन कुमार बाधे ने संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद (यूएनएचआरसी) के सम्मेलन में पाकिस्तान के बयानों को सिरे से खारिज किया। उन्होंने कहा, पाकिस्तानी नेताओं ने इस तथ्य को स्वीकार किया है कि यह आतंकवादियों को पैदा करने का कारखाना है। पाकिस्तान ने इस बात को नजरअंदाज कर दिया है कि आतंकवाद मानवाधिकारों के हनन का सबसे खराब रूप है।
नई दिल्ली. संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी मिशन के प्रथम सचिव पवन कुमार बाधे ने संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद (यूएनएचआरसी) के सम्मेलन में पाकिस्तान को जमकर लताड़ा। उन्होंने कहा, पाकिस्तानी नेताओं ने इस तथ्य को माना है कि यह आतंकवादियों को पैदा करने का कारखाना है। पाकिस्तान ने इस बात को नजरअंदाज कर दिया है कि आतंकवाद मानवाधिकारों के हनन का सबसे खराब रूप है।
पवन कुमार बाधे ने ओआईसी पर भी साधा निशाना
पवन कुमार बाधे ने कहा, हमने इस्लामिक देशों के संगठन ओआईसी के बयान में जम्मू-कश्मीर के संदर्भ को अस्वीकार कर दिया। उन्होंने कहा, परिषद के सदस्य इस बात से अच्छी तरह वाकिफ हैं कि पाकिस्तान अपने यहां खूंखार और लिस्टेड आतंकवादियों को पेंशन दे रहा है। बाधे ने कहा कि पाकिस्तानी नेताओं ने इस तथ्य को माना है कि यह आतंकवादियों को पैदा करने का कारखाना बन गया है।
पाकिस्तान में अल्पसंख्यक समुदाय का मुद्दा उठाया
आजादी के बाद से अल्पसंख्यक समुदायों जैसे ईसाइयों, हिंदुओं और सिखों की संख्या में कमी होने की बात भी कही गई। पवन कुमार बाधे ने पत्रकार डैनियल पर्ल की हत्या का मुद्दा भी उठाया। उन्होंने बलूच मानवाधिकार कार्यकर्ताओं के लापता होने और उनकी हत्या का मुद्दा भी उठाया।