सार
भारत और मालदीव के बीच विवाद के बाद से चल रहे तनावपूर्ण संबंधों के बीच कुछ नरमी देखने को मिल रही है। भारत ने मालदीव से सेना को वापस बुलाना शुरू कर दिया है। ऐसे में आने वाले समय में भारत और मालदीव के संबंध सुधरने की उम्मीद है।
वर्ल्ड डेस्क। भारत और मालदीव के बीच विवाद के बाद अब मालदीव के राष्ट्रपति मुइज्जू की ओर से सैन्य कर्मियों के निगरानी विमान चलाने वाले सैन्य कर्मियों को वहां से हटाने के आदेश के बाद भारत ने सीमा क्षेत्र से सैनिकों की टुकड़ी को वापस बुला लिया है। इस बात की पुष्ट मालदीव सरकार की ओर से की गई है। फिलहाल भारत की ओर से ऐसा कोई अधिकारिक बयान नहीं आया है।
बताया जा रहा है कि 25 भारतीय सैनिकों ने 10 मार्च को ही अड्डू द्वीप समूह को छोड़ दिया था। यह सैन्य वापसी दोनों देशों की बीच बातचीत के बाद बनी सहमति पर हुआ है। चीन का समर्थन करने वाला मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू ने पद संभालने के बाद ही मालदीव की समुद्री सीमा पर पेट्रोलिंग करने के लिए तैनात किए गए भारतीय सेना को बाहर निकालने को लेकर पहले ही ये बात कही थी।
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भारत और मालदीव के बीच बनी सहमति
नई दिल्ली में चर्चा के बाद दोनों पक्ष 10 मई तक कुल 1192 छोटे मूंगा द्वीपों वाले देश से 89 भारतीय सैनिकों और उनके सहायक कर्मचारियों की भारत वापसी को लेकर सहमत हुए थे। सूचना के मुताबिक तीन भारतीय विमान औऱ दो हेलीकॉप्टर और एक फिक्स्ड-विंग विमान का संचालन भारतीय नागरिक कर्मचारियों की ओर से किया जाएगा। ये विमान पहले ही पहुंच चुके हैं।
चीन मालदीव के बीच समझौता
हालांकि मालदीव या भारतीय अधिकारियों की ओर से अब तक कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है, लेकिन बताया जा रहा है कि भारतीय सेना के जवानों की वापसी शुरू हो गई है। मालदीव ने बीते सप्ताह चीन के साथ एक सैन्य प्रशिक्षण कार्यक्रम को लेकर समझौता किया है। हालांकि मालदीव के रक्षा मंत्रालय ने कहा है कि ये समझौता दोनों दोनों की बीच संबंधो को मजबूत बनाने के लिए किया गया है।