सार
रूस और यूक्रेन के बीच छिड़ी जंग में भारतीय युवक ने अपनी जान गंवा दी है। उसे धोखे से रूसी सेना में असिस्टेंट के रूप में भर्ती करवा दिया गया था। युवक के शव को भारत भेजवाने के लिए इंडियन एंबेसी प्रयास कर रही है।
वर्ल्ड न्यूज। रशिया और यूक्रेन के बीच जंग थमने का नाम नहीं ले रही है। रूस और यूक्रेन की जंग में एक भारतीय की जान चली गई। बताया जा रहा है कि भारतीय युवक रूस की सेना के लिए काम कर रहा था। जानकारी सामने आ रही है कि उसके एजेंट ने उसे धोखे से रूस की सेना असिस्टेंट के रूप में भर्ती करवा दिया था। अभी कुछ दिन पहले भी 7 भारतीय नागरिकों को रूस की सेना ने गिरफ्तार कर लिया था।
मोहम्मद असफान नाम के युवक की रूस और यूक्रेन की वॉर में जान चली गई है। बताया जा रहा है कि असफान की तरह कई ऐसे युवक हैं जिन्हें उनके एजेंट्स ने धोखे से रूस और यूक्रेन वॉर में रशिया के असिस्टेंट के रूप में भर्ती करा दिया था। मोहम्मद असफान
इंडियन एंबेसी ने जताया दुख
इस बारे में रशिया में मौजूद इंडियन एमबेसी ने कहा है कि मोहम्मद असफान नाम के युवक की दुखद मौत की जानकारी हमें मिली है। हम उनके परिवार से लगातार संपर्क में भी हैं। प्रयास किया जा रहा है कि जल्द से जल्द अफसान की बॉडी को अंतिम संस्कार के लिए उनके घर वालों तक पहुंचा सकें। इसे लेकर रशिया सरकार से बातचीत चल रही है।
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तीन साल से चल रही जंग
तीन साल से रूस और यू्क्रेन के बीच जंग छिड़ी हुई है। इस बीच रूसी सेना के लिए काम कर रहे भारतीय नागरिकों के बारे में काफी चर्चा होती रही है। बताया जा रहा है कि कई भारतीयों को धोखे से रूसी सेना में सहायक रूप में भर्ती करवाकर उन्हें फ्रंट लाइन पर तैनात किया जा रहा है जिससे जंग में उनकी जान जा रही है।
एक साल के कॉन्ट्रैक्ट पर हो रही तैनाती
भारतीय मूल के लोगों को करीब दो लाख रुपये की सैलरी पर एक साल के लिए कॉन्ट्रैक्ट पर तैनात किया जा रहा है। इसके साथ ही 50 हजार के और कई बेनिफिट दिए जा रहे हैं। इसी झांसे में आकर युवक वॉर में हेल्पर की जॉब कर रहे हैं, लेकिन फ्रंट लाइन पर वॉर के लिए तैनात कर दिया जाएगा ये नहीं बताया जाता है।