सार
ईरान के रिवोल्यूशनरी गार्ड्स ने बीते 13 अप्रैल को होर्मुज जलडमरूमध्य के पास मालवाहक जहाज को कब्जे में कर लिया था। इस जहाज पर भारतीय नाविक की महिला सदस्य भी मौजूद थी, जिनको रिहा करने के लिए भारत ने ईरान से बात की थी।
भारत-ईरान के रिश्ते। ईरान के रिवोल्यूशनरी गार्ड्स ने बीते 13 अप्रैल को होर्मुज जलडमरूमध्य के पास मालवाहक जहाज को कब्जे में कर लिया था। इस जहाज पर भारतीय नाविक की महिला सदस्य भी मौजूद थी, जिनको रिहा करने के लिए भारत ने ईरान से बात की थी। वहीं आज भारत ने अपनी कूटनीति शक्तियों का परिचय देते हुए कब्जे में कैद भारतीय महिला नाविक सुरक्षित रूप से कोच्चि पहुंच गई है। विदेश मंत्रालय (MEA) ने आज गुरुवार (18 अप्रैल) को जानकारी दी कि मालवाहक जहाज के भारतीय चालक दल की महिला सदस्य सुरक्षित रूप से घर पहुंच गई हैं।
विदेश मंत्रालय ने एक्स पर पोस्ट करते हुए जानकारी दी कि तेहरान में भारतीय मिशन और ईरानी सरकार के ठोस प्रयासों की मदद से केरल के त्रिशूर से भारतीय डेक कैडेट एन टेसा जोसेफ कोचीन अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर सुरक्षित रूप से पहुंच गई है। एन टेसा जोसेफ उसी कंटेनर MSC एरीज़ के भारतीय चालक दल के सदस्यों में से एक थी,जिसे ईरान ने कब्जे में ले लिया था। इस पर MEA ने आगे की जानकारी देते हुए बताया कि कंटेनर जहाज में फंसे बाकी के 16 भारतीय मेंबर को रिहा करने के लिए ईरान के संपर्क में है। उन्होंने बताया कि चालक दल के सदस्य अच्छे स्वास्थ्य में हैं और भारत में अपने परिवार के सदस्यों के संपर्क में हैं।
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने जताई खुशी
इससे पहले विदेश मंत्री एस जयशंकर ने इस मामले पर अपने ईरानी समकक्ष विदेश मंत्री अमीर अब्दुल्लाहियन से बात की थी। जोसेफ के भारत पहुंचने के बाद जयशंकर ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, “ईरान में भारतीय मिशन का बहुत अच्छा काम। खुशी है कि एन टेसा जोसेफ घर पहुंच गई हैं। मोदी की गारंटी हमेशा देश या विदेश में काम करती है।”
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