सार
अफगानिस्तान में स्थितियां खराब होने के बाद वहां से लोगों के निकलने का सिलसिला जारी है। भारतीय भी अब अपने वतन वापस आ रहे हैं। अफगानी सिख व अन्य अल्पसंख्यक हिंदू भी वहां से निकल रहे हैं।
काबुल। अफगानिस्तान की राजधानी काबुल से 87 भारतीय सकुशल निकाल लिए गए हैं। सभी 87 भारतीय स्पेशल फ्लाइट से दिल्ली पहुंचे। इनमें से दो नेपाली नागरिक भी हैं। वतन वापसी की खुशी में भावविभोर लोगों ने प्लेन में ही ‘भारत माता की जय’ के खूब जयकारे लगाए। इन भारतीयों को दो विमानों से भारत लाया गया है।
107 भारतीय समेत 168 लोगों को भारत लाया जा रहा
भारत के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने बताया कि भारत लाए जा रहे भारतीयों को पहले काबुल से निकालकर तजाकिस्तान की राजधानी दुशाम्बे और कतर की राजधानी दोहा पहुंचाया गया था। वहां से इनको बीती रात भारत रवाना किया गया। प्रवक्ता ने बताया कि 168 लोग भारत आ रहे हैं, इनमें 107 भारतीय हैं।
अफगानी सांसद और उनका परिवार भी आया
अफगानिस्तान में स्थितियां खराब होने के बाद वहां से लोगों के निकलने का सिलसिला जारी है। भारतीय भी अब अपने वतन वापस आ रहे हैं। अफगानी सिख व अन्य अल्पसंख्यक हिंदू भी वहां से निकल रहे हैं। अफगानी सांसद अनारकली होनरयार, नरेंदर सिंह खालसा अपने अपने परिवारों के साथ देश छोड़ रहे हैं। दोनों अपने परिवार के साथ काबुल एयरपोर्ट पर हैं और इन्हें आज भारत लाया जा रहा है। सांसद नरेंदर सिंह खालसा ने पीएम मोदी का धन्यवाद किया है।
इंडियन वर्ल्ड फोरम के प्रेसिडेंट पुनीत सिंह चंढोक ने जानकारी दी है कि काबुल से आने वाली अगली फ्लाइट में 23 अफगानी हिंदू और सिख शामिल होंगे।
होनरयार और खालसा उन लोगों में शामिल हैं जिन्हें तालिबान शनिवार को अपने साथ ले गया था। तालिबान ने कहा था कि ये अफगानी हैं इसलिए देश नहीं छोड़ सकते। हालांकि, बाद में इन्हें छोड़ दिया गया।
अब भारत आ सकेंगे रोज दो विमान
अफगानिस्तान में फंसे भारतीयों के वतन वापसी की राह आसान हो गई है। काबुल एयरपोर्ट से भारत को रोजाना दो विमानों के संचालन की अनुमति मिल चुकी है। अमेरिकी और उत्तरी अटलांटिक ट्रीटी ऑर्गनाइजेशन फोर्स ने इसकी अनुमति शनिवार को दी है। भारतीय विदेश मंत्रालय ने कहा है कि अब वे जल्द ही सभी भारतीयों को वापस लाएंगे। यहां अभी 300 भारतीयों के फंसे होने की जानकारी है।
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