सार
इजराइल हमास वार के 15वें दिन पहली बार गाजा को मानवीय सहायता पहुंचनी शुरू हो गई है। इजिप्ट बॉर्डर के रास्ते ट्रक गाजा में एंट्री कर चुके हैं लेकिन यह समुद्र में सिर्फ 1 बूंद जितना ही है।
Israel Hamas War. इजिप्ट बॉर्डर के रास्ते पहली बार बमबारी वाले गाजा पट्टी में मानवीय सहायता पहुंच रही है। ट्रकों में खाने के साथ जरूरी दवाइयां हैं लेकिन जिस बड़े तादाद में तबाही मची है और लोगों को खाने-पीने दवाओं की जरूरत है, उसे देखते हुए यह समुद्र में 1 बूंद पानी से ज्यादा नहीं है। पहली खेप में करीब 20 ट्रक गाजा पहुंचे हैं। इसी बीच इजिप्ट ने यह विवाद खत्म करने के लिए इंटरनेशनल समिट की तैयारियां शुरू की है। हमास ने शनिवार को दो अमेरिकी बंधकों को रिहा कर दिया, जिसके बाद यह मानवीय सहायता गाजा पहुंचाई जा रही है।
Israel Hamas War: क्या है युद्ध की मौजूदा स्थिति
- 7 अक्टूबर को हमास के हमले के बाद इजराइली पलटवार में अभी तक 4137 फिलीस्तीनियों के मारे जाने की सूचना है।
- 7 अक्टूबर को हमास के हमले में 1400 इजराइली नागरिक मारे जा गए हैं जबकि सैंकड़ों घायलों का ईलाज चल रहा है।
- गाजा को फिलहाल ईंधन की सबसे ज्यादा जरूरत है क्योंकि अंधरा होने की वजह से मौतें ज्यादा हो रही हैं।
- UNRWA के कम्यूनिकेशन डायरेक्टर ने कहा कि गाजा में फ्यूल पहुंचाना सबसे कठिन काम हो चुका है।
- गाजा में 43 बिना पहचान वाले शवों को एक जगह ही दफनाया गया है। यह जानकारी फिलीस्तीनी सरकार ने दी है।
- इजिप्ट की पीस समिट इस विवाद को खत्म करने में लगी है, ग्राउंड मिलिट्री एक्शन हो इसकी कोशिशें तेज हैं।
- डॉक्टर्स का कहना है कि इजराइली फोर्स ऐसे हथियारों का इस्तेमाल कर रही है जिसमें 100 प्रतिशत मौते हो रही हैं।
- इजराइल का दावा है कि हमास ने अभी 210 नागरिकों को बंधकर बनाया है। हमास ने 2 अमेरिकी नागरिक रिलीज किए हैं।
- अरब देश लगातार कड़ी कार्रवाई की बात कह रहे हैं लेकिन इजराइल पर इसका कोई फर्क नहीं पड़ रहा है।
- यूनाइटेड नेशंस के चीफ ने कहा कि है कि गाजा में और मानवीय सहायता भेजी जानी जरूरी है।
कब और क्यों शुरू हो गई यह वार
बीते 7 अक्टूबर को हमास के आतंकियों ने गाजा पर 5 हजार से ज्यादा रॉकेट दाग दिए और शहर में घुसकर भयंकर गोली बारी की। आम नागरिकों की हत्याएं की गईं और सैकड़ों को बंधक बना लिया गया। इसके बाद इजराइल लगातार बमबारी कर रहा है। गाजा पट्टी को इजराइल ने श्मशान बना दिया है। हालात यह हैं कि गाजा में न तो पानी बचा है और न ही भोजन है। ईंधन पहले ही खत्म हो गया है। इस लड़ाई में अब तक दोनो तरह से 5500 से ज्यादा लोगों की मौतें हो चुकी हैं।
यह भी पढ़ें
उजड़े गाजा में कैसे पहुंचेगी मदद, जानें कैसे होगा खाना-पानी का बंदोबस्त?