सार
चीन में ह्यूमन मेटान्यूमो वायरस (HMPV) के प्रकोप के बाद अब मलेशिया में भी इस वायरस का ख़तरा मंडरा रहा है। इसी के मद्देनज़र मलेशिया में स्वास्थ्य दिशानिर्देश जारी किए गए हैं।
नई दिल्ली: कोविड के बाद चीन में एक और वायरस ह्यूमन मेटान्यूमो वायरस (HMPV) का प्रकोप देखने को मिल रहा है। चीन के कई प्रांतों में अस्पताल मरीजों से भरे हुए हैं। लोग दहशत में हैं। पहले कहा जा रहा था कि यह वायरस कोरोना की तरह तेज़ी से नहीं फैलता है, लेकिन अब मलेशिया में भी HMPV वायरस का ख़तरा बढ़ गया है। इसीलिए मलेशिया में स्वास्थ्य दिशानिर्देश जारी किए गए हैं। इसके बाद दिल्ली स्वास्थ्य विभाग ने भी एहतियात के तौर पर दिशानिर्देश जारी किए हैं।
मलेशिया में सरकारी आंकड़ों के अनुसार, 2024 और 2025 की शुरुआत में कुल 327 HMPV वायरस के मामले सामने आए हैं। 2023 में 225 मामले दर्ज किए गए थे। चीन और मलेशिया में वायरस का ख़तरा बढ़ने के कारण भारत में भी स्वास्थ्य विभाग ने इस वायरस पर नज़र रखना शुरू कर दिया है। दिल्ली स्वास्थ्य विभाग ने भी लोगों के लिए दिशानिर्देश जारी किए हैं।
सर्दी, ज़ुकाम, खांसी, सांस लेने में तकलीफ़ जैसे HMPV वायरस के लक्षण दिखने पर तुरंत IHIP पोर्टल पर जानकारी देने के लिए कहा गया है। लोगों को कोविड के समय जैसे दिशानिर्देशों का पालन करने की सलाह दी गई है। हाथों को साफ़ रखना, भीड़-भाड़ से दूर रहना, गैर-ज़रूरी यात्रा से बचने के लिए कहा गया है। वायरस को फैलने और खुद को इससे बचाने के लिए सावधानी बरतने की सलाह दी गई है।
दिल्ली में HMPV वायरस के लक्षण वाले व्यक्ति को आइसोलेशन में रखने पर विचार किया जा रहा है। दिल्ली स्वास्थ्य विभाग की निदेशक डॉ. वंदना बग्गा ने अधिकारियों के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक की है। उन्होंने पूरे दिल्ली में HMPV वायरस पर कड़ी नज़र रखने के निर्देश दिए हैं। फिलहाल दिल्ली समेत भारत में HMPV वायरस का कोई मामला सामने नहीं आया है। लेकिन चीन में वायरस के प्रकोप को देखते हुए भारत ने एहतियाती कदम उठाए हैं।
मलेशिया में HMPV वायरस को लेकर अलर्ट जारी किया गया है। मलेशिया में मास्क पहनने की सलाह दी गई है। हाथों को साबुन से धोकर साफ़ रखने के लिए कहा गया है। खांसते समय मुंह और नाक को कपड़े या मास्क से ढकने की सलाह दी गई है। भीड़-भाड़ वाली जगहों पर स्वास्थ्य का विशेष ध्यान रखने के लिए कहा गया है।
छोटे बच्चे, कमज़ोर प्रतिरक्षा प्रणाली वाले लोग और बुज़ुर्गों पर HMPV वायरस का ख़तरा ज़्यादा होता है। इसलिए इन लोगों को ज़्यादा सावधानी बरतने की सलाह दी गई है।