अमेरिका में 47 वर्षीय व्यक्ति की बीफ़ बर्गर खाने से मौत हो गई। मौत का कारण अल्फा-गाल सिंड्रोम (AGS) पाया गया, जो 'लोन स्टार टिक' नामक कीड़े के काटने से होने वाली एक दुर्लभ रेड मीट एलर्जी है। इसका कोई ज्ञात इलाज नहीं है।
वॉशिंगटन: बीफ़ बर्गर खाने के बाद एलर्जी से अमेरिका में एक शख्स की मौत की वजह पता चल गई है। एक स्टडी में पाया गया कि न्यू जर्सी के रहने वाले 47 साल के शख्स की मौत रेड मीट एलर्जी, यानी अल्फा-गाल सिंड्रोम की वजह से हुई। वैसे तो शख्स की मौत 2024 में हुई थी, लेकिन लंबे समय तक चली स्टडी के बाद मौत की वजह का पता चला। अल्फा-गाल सिंड्रोम एक बहुत ही दुर्लभ एलर्जी है जो एक खास तरह के कीड़े (टिक) के काटने से फैलती है। एक होटल से बीफ़ बर्गर खाने के बाद 47 साल के इस आदमी को गंभीर एलर्जी हुई। बर्गर खाने के कुछ ही घंटों बाद उसे उल्टियां होने लगीं और फिर उसकी मौत हो गई।
जांच में दिल, फेफड़े, लिवर, नर्वस सिस्टम और पेट के अंगों में कोई बड़ी खराबी नहीं पाई गई। आखिर में, मृतक की पत्नी की दोस्त, डॉक्टर एरिन मैकफीली को शक हुआ और उन्होंने वर्जीनिया में यूवीए हेल्थ के रिसर्चर्स से संपर्क किया। जब उन्होंने ऑटोप्सी रिपोर्ट की जांच की, तो पता चला कि मौत की वजह रेड मीट एलर्जी, अल्फा-गाल सिंड्रोम (AGS) थी।
कुछ खास तरह के कीड़ों (टिक) के काटने के बाद, शरीर का इम्यून सिस्टम रेड मीट और डेयरी प्रोडक्ट्स के खिलाफ काम करने लगता है। AGS एलर्जी मुख्य रूप से तब होती है जब 'लोन स्टार टिक' नाम के कीड़े के काटने से अल्फा-गाल मॉलिक्यूल इंसान के शरीर में पहुंच जाता है। रिपोर्ट में कहा गया है कि जिन लोगों को यह एलर्जी है, अगर वे बीफ़, पोर्क या मटन खाते हैं तो उन्हें गंभीर एलर्जी हो सकती है। फिलहाल, अल्फा-गाल सिंड्रोम का कोई खास इलाज नहीं है। वैज्ञानिकों की मुख्य सलाह यही है कि अगर इस बीमारी का पता चलता है, तो सभी तरह के मीट प्रोडक्ट्स से दूर रहें।
अल्फा-गाल सिंड्रोम कैसे फैलता है ?
स्तनधारी जानवरों के मांस और दूसरे प्रोडक्ट्स से यह एलर्जी होती है। अमेरिका में पहले भी 'लोन स्टार टिक' के काटने के बाद इस एलर्जी के कई मामले सामने आए हैं। लेकिन ऐसा पहली बार हुआ है कि किसी की मौत हुई हो। 'लोन स्टार टिक' के काटने से अल्फा-गाल मॉलिक्यूल इंसान के शरीर में पहुंच जाता है, जो एलर्जी का कारण बनता है। यह कीड़ा हिरणों के जरिए फैलता है।
