सार
कोरोना महामारी अभी पूरी तरह खत्म भी नहीं हुई कि अब एक और नया वायरस लोगों को डराने लगा है। मंकीपॉक्स नाम के इस वायरस के दो हफ्तों के अंदर ही 100 से ज्यादा मरीज मिल चुके हैं। यह वायरस अब तक 15 देशों में फैल चुका है।
Monkeypox Virus: दुनिया अभी कोरोना महामारी से उबरी भी नहीं थी कि अब एक और वायरस का खतरा मंडरा रहा है। मंकीपॉक्स नाम की यह बीमारी भी एक वायरस के कारण ही फैल रही है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, मंकीपॉक्स बीमारी महज 15 दिन के भीतर 15 से ज्यादा देशों में फैल चुकी है। हाल ही में यूरोपीय देश बेल्जियम ने मंकीपॉक्स के मरीजों के लिए 21 दिन का क्वारैंटाइन पीरियड अनिवार्य किया है। मंकीपॉक्स के मरीजों को आइसोलेट करने वाला बेल्जियम पहला देश है।
इन देशों में मिले मंकीपॉक्स के मरीज :
मंकीपॉक्स के बढ़ते केसों ने दुनियाभर के देशों की चिंता बढ़ा दी है। सिर्फ दो हफ्तों के अंदर ही मंकीपॉक्स वायरस के 100 से ज्यादा मरीज मिल चुके हैं। ब्रिटेन, अमेरिका, इटली, स्वीडन, फ्रांस, स्पेन, पुर्तगाल, जर्मनी, ऑस्ट्रेलिया, कनाडा, बेल्जियम, नीदरलैंड्स, इजराइल, ऑस्ट्रिया और स्विट्जरलैंड में मंकीपॉक्स के केस सामने हैं। हालांकि, इस बीमारी से अभी तक किसी की भी जान नहीं गई है।
भारत भी मंकीपॉक्स को लेकर हुआ सतर्क :
मंकीपॉक्स वायरस को लेकर भारत भी सतर्क हो गया है। मुंबई में बीएमसी ने कस्तूरबा हॉस्पिटल को मंकीपॉक्स के लिए आइसोलेट अस्पताल बना दिया है। हालांकि, भारत में अभी तक मंकीपॉक्स का एक भी केस सामने नहीं आयसा है। स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से कहा गया है कि मंकीपॉक्स से जूझ रहे देशों से लौटने वाले लोगों पर नजर रखी जाए और उन्हें फौरन आइसोलेट करने और सैंपल लेने के इंतजाम किए जाएं।
क्या है मंकीपॉक्स :
मंकीपॉक्स (Monkeypox) स्मॉल पॉक्स यानी चेचक के वायरस के परिवार का ही एक सदस्य है। यह वायरस पहली बार 1970 में एक बंदर में पाया गया था। इसके बाद वहां से मंकीपॉक्स अफ्रीका के 10 देशों में फैल गया। मंकीपॉक्स एक ऐसी बीमारी है, जो इस वायरस से संक्रमित जानवरों के द्वारा मनुष्यों में फैलती है।
कैसे फैलता है मंकीपॉक्स :
एक्सपर्ट्स की मानें तो मंकीपॉक्स (Monkeypox) इस वायरस से संक्रमित व्यक्ति के करीब जाने से फैलने का खतरा रहता है। यह वायरस मरीज के घाव से किसी भी शख्स की आंख, नाक और मुंह के रास्ते उसे संक्रमित कर सकता है।
क्या है मंकीपॉक्स के लक्षण :
मंकीपॉक्स (Monkeypox) बीमारी के लक्षण भी चेचक की तरह ही होते हैं। इसमें शरीर के हर एक हिस्से में दाने निकल आते हैं, जो धीरे-धीरे घाव बनने लगते हैं। बाद में ये घाव सूखकर पपड़ी जैसा बनने लगता है। मंकीपॉक्स से पीड़ित मरीज को बुखार के अलावा सिरदर्द, पीठ दर्द, थकावट और मांसपेशियों में ऐंठन होती है।
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