सार
यूक्रेन की ओर से दावा किया गया है कि उसने अपने नेप्च्यून क्रूज मिसाइल (Neptune cruise missile) का इस्तेमाल कर रूसी युद्धपोत मोस्कवा को काला सागर में नष्ट कर दिया। इस मिसाइल को 2021 में यूक्रेन की सेना में शामिल किया गया था।
कीव। रूस का एक युद्धपोत 'मोस्कवा' काला सागर में डूब गया है। यूक्रेन का दावा है कि उसने दो मिसाइलों से हमला कर रूस के युद्धपोत को नष्ट कर दिया। यह मिसाइलों से लैस था और यूक्रेन पर हमला कर रहा था। यूक्रेन की ओर से जानकारी दी गई है कि उसने रूसी युद्धपोत नष्ट करने के लिए अपने नेप्च्यून क्रूज मिसाइल का इस्तेमाल किया है।
एंटी शिप क्रूज मिसाइल है नेप्च्यून
नेप्च्यून एक एंटी शिप क्रूज मिसाइल है। इसे समुद्र में मौजूद युद्धपोत को नष्ट करने के लिए बनाया गया है। रूस द्वारा 2014 में क्रिमिया पर कब्जा करने के बाद यूक्रेन ने इसे विकसित किया था। नेप्च्यून मिसाइल का डिजाइन रूसी मिसाइल Kh-35 क्रूज मिसाइल पर आधारित है। इसे नाटो नाम AS-20 कयाक से जाना जाता है।
नेप्च्यून मिसाइल प्रणाली को विकसित करने में लगभग छह साल लगे। मार्च 2021 में इसे यूक्रेनी रक्षा बलों में शामिल किया गया था। क्रूज मिसाइल को सेना द्वारा जल्दबाजी में विकसित किया गया था, क्योंकि 2014 में क्रीमिया के कब्जे के बाद से यूक्रेन के तटीय क्षेत्रों के लिए रूसी खतरा तेजी से बढ़ रहा था। यूक्रेनी रक्षा मंत्रालय के अनुसार नेप्च्यून एक तटीय जहाज-रोधी क्रूज मिसाइल है जो 300 किमी की सीमा में नौसैनिक जहाजों को नष्ट करने में सक्षम है।
हवा, जमीन और पानी से दागा जा सकता है नेप्च्यून मिसाइल
नेप्च्यून मिसाइल को हवा, जमीन और पानी से दागा जा सकता है। दुश्मन की रडार की नजर से बचने के लिए यह मिसाइल अपने टर्मिनल फेज में सतह से 10-15 मीटर की ऊंचाई पर उड़ता है। टारगेट के करीब आने पर यह सतह से 3-10 मीटर की ऊंचाई पर उड़ते हुए हमला करता है। इस खूबी के चलते इसे रोक पाना कठिन होता है। यह मिसाइल सब सोनिक (हवा में आवाज की रफ्तार से कम स्पीड) स्पीड से उड़ता है। 4.4 मीटर लंबे इस मिसाइल का वजन 870 किलोग्राम है। इसमें 150 किलोग्राम का वारहेड लगा है।
यह भी पढ़ें- पुतिन का यह बेहद खास व्यक्ति यूक्रेन के साबित होगा बड़ा मोहरा, बौखलाए रूसी अधिकारी कीव को भेज रहे धमकी
मिसाइल क्रूजर था मॉस्कोवा
मॉस्कोवा रूस का मिसाइल क्रूजर था। इसका नाम मॉस्को शहर के नाम पर रखा गया था। यह 12,490 टन विस्थापन वाला युद्धपोत था। यह रूसी नौसेना के काला सागर बेड़े का प्रमुख पोत था, जिसपर लगभग 500 कर्मियों का दल सवार था। Moskva को मूल रूप से 1983 में स्लाव के रूप में कमीशन किया गया था। इसे 2000 में नए हथियार प्रणालियों और इलेक्ट्रॉनिक्स से अपडेट किया गया था।
यह भी पढ़ें- रूसी हमले का सामना करने के लिए अमेरिका यूक्रेन को देगा 800 मिलियन डॉलर की सैन्य मदद, गरजेंगे भारी तोप