न्यूयॉर्क में 24 वर्षीय भारतीय स्टूडेंट सहजा रेड्डी की मौत कैसे हुई? पड़ोसी बिल्डिंग में लगी आग कुछ ही मिनटों में उसके कमरे तक कैसे पहुंच गई? क्या फायर अलार्म फेल हुआ या सेफ़्टी में कोई बड़ी चूक हुई? जांच कई चौंकाने वाले सवाल खड़ी कर रही है।
New York Fire Indian Student Death: न्यूयॉर्क के अल्बानी शहर में हुई एक दर्दनाक घटना ने भारत के तेलंगाना राज्य के एक परिवार को गहरे सदमे में डाल दिया है। 24 साल की भारतीय छात्रा सहजा रेड्डी उडुमाला की घर में लगी भीषण आग में मौत हो गई। बताया जा रहा है कि आग उनके घर में नहीं, बल्कि पास की एक बिल्डिंग में लगी थी। लेकिन कुछ ही मिनटों में लपटें इतनी तेजी से फैलीं कि सहजा के छोटे से अपार्टमेंट तक पहुंच गईं। हादसे के समय वह सो रही थीं और बाहर निकलने का मौका भी नहीं मिल पाया। घटना इतनी अचानक हुई कि किसी को उनकी चीख तक सुनाई नहीं दी।
कब से न्यूयार्क में थी सहजा रेड्डी?
सहजा 2021 में हायर स्टडीज़ के लिए अमेरिका गई थीं और तब से अल्बानी में रहकर अपनी पढ़ाई पूरी कर रही थीं। परिवार को उम्मीद थी कि पढ़ाई खत्म होते ही वह भारत लौट आएंगी, लेकिन यह हादसा उनके सपनों और परिवार की उम्मीदों को हमेशा के लिए खत्म कर गया।
क्या आग फैलने में सेफ़्टी सिस्टम फेल हुआ?
पहली जांच में सामने आया है कि आग पास की बिल्डिंग से शुरू हुई। सवाल यह उठ रहा है कि आग इतनी तेज़ी से सहजा के घर तक कैसे पहुंच गई? क्या दोनों बिल्डिंग्स के बीच कोई सेफ्टी गैप नहीं था? क्या फायर अलार्म सही तरीके से काम नहीं कर रहे थे?पुलिस और फायर डिपार्टमेंट अब इन सभी पहलुओं की जांच कर रहे हैं। पड़ोसियों का कहना है कि आग इतनी तेजी से फैल रही थी कि लोग समझ ही नहीं पाए कि क्या हो रहा है।

क्या हादसे के समय फायर अलार्म बजा ही नहीं?
कई लोग यह दावा कर रहे हैं कि आग लगने पर बिल्डिंग में फायर अलार्म नहीं बजा। यह बात जांच की सबसे बड़ी कड़ी हो सकती है, क्योंकि अगर अलार्म बजता, तो सहजा शायद अपने कमरे से बाहर निकल सकती थीं। हालांकि अधिकारियों ने अभी इस पर कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया है।
कॉन्सुलेट की मदद-क्या जल्द आएगा सहजा का पार्थिव शरीर?
न्यूयॉर्क स्थित भारतीय कॉन्सुलेट ने घटना की पुष्टि करते हुए कहा कि वे परिवार के लगातार संपर्क में हैं और हर जरूरी मदद दे रहे हैं। उन्होंने यह भी बताया कि रिपैट्रिएशन यानी पार्थिव शरीर को भारत भेजने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।
परिवार सदमे में- 'वह जल्दी घर लौटने वाली थी'
सहजा के माता-पिता ने बताया कि वह पढ़ाई पूरी कर भारत वापस आने की योजना बना रही थीं। परिवार और उनका होमटाउन जनगांव इस घटना से टूट गया है। उनके पिता TCS में कर्मचारी हैं और मां सरकारी स्कूल में टीचर हैं। परिवार ने सरकार और दूतावास से अपील की है कि बेटी का पार्थिव शरीर जल्द से जल्द भारत लाया जाए।
GoFundMe में बड़ा खुलासा-90% शरीर जल गया?
सहजा की कज़िन रत्ना गोपू ने GoFundMe पेज बनाया है। पोस्ट में बताया गया कि आग में सहजा को 90% तक गंभीर जलन हुई थी। इस फंड से अंतिम संस्कार, पार्थिव शरीर को भारत लाने, परिवार की तुरंत आर्थिक मदद, और अन्य आवश्यक खर्च को पूरा किया जाएगा।
फटाफट वाले 5 सवालों के उत्तर
1. आग कैसे शुरू हुई और इतनी तेज़ी से सहजा के घर तक कैसे पहुंची?
शुरुआती जांच में पता चला कि आग पास की बिल्डिंग में लगी थी। तेज़ हवा और ज्वलनशील सामग्री के कारण आग तेजी से फैल गई।
2. क्या हादसे के समय सो रही थी सहजा रेड्डी?
दम घुटने और झुलसने से उसकी मौके पर ही मौत हो गई। बताया गया कि आग के दौरान कोई अलार्म नहीं बजा।
3. कॉन्सुलेट जनरल हुआ सक्रिय, परिवार को दिलाई जा रही मदद
न्यूयॉर्क स्थित भारतीय दूतावास पीड़ित परिवार के लगातार संपर्क में है और औपचारिक प्रक्रियाओं में सहायता कर रहा है।
4. GoFundMe में खुलासा: 90% बॉडी बर्न, भारी खर्च के लिए जुटाई जा रही मदद
फंड में अंतिम संस्कार, रीपैट्रिएशन और परिवार को तत्काल राहत के लिए रकम जुटाई जा रही है।
5. तेलंगाना में मातम-सहजा की पढ़ाई पूरी होते ही लौटने की थी योजना
परिवार की उम्मीदें इस हादसे ने तोड़ दीं। माता-पिता सरकार से बेटी के पार्थिव शरीर को भारत लाने की अपील कर रहे हैं। जांच रिपोर्ट आने के बाद ही इन सवालों के जवाब मिल पाएंगे। लेकिन फिलहाल, यह घटना अमेरिका में रह रहे भारतीय छात्रों के लिए भी बड़ी चिंता बन गई है।


