Nigeria Mosque Blast: नाइजीरिया के मैदुगुरी शहर में एक मस्जिद में नमाज़ के दौरान हुए धमाके में 7 लोगों की मौत हो गई। हमले की जिम्मेदारी किसी ने नहीं ली, लेकिन बोको हराम या ISWAP पर शक है। इलाके में फिर दहशत फैल गई।
Nigeria Terror Attack News: नाइजीरिया के पूर्वोत्तर शहर मैदुगुरी में बुधवार शाम उस वक्त हड़कंप मच गया, जब एक भीड़भाड़ वाली मस्जिद में जोरदार धमाका हो गया। यह धमाका ठीक उसी समय हुआ, जब लोग शाम की नमाज़ अदा कर रहे थे। इस दर्दनाक घटना में कम से कम 7 नमाज़ियों की मौत हो गई, जबकि कई अन्य लोग घायल बताए जा रहे हैं। स्थानीय लोगों के मुताबिक, मस्जिद के अंदर अचानक तेज आवाज हुई और देखते ही देखते चीख-पुकार मच गई। लोग इधर-उधर भागने लगे और पूरा इलाका दहशत में डूब गया।

क्या मस्जिद के अंदर पहले से रखा गया था बम?
गवाहों और सुरक्षा सूत्रों के अनुसार, धमाके की आशंका पहले से मस्जिद के अंदर रखे गए बम को लेकर जताई जा रही है। जिहाद विरोधी मिलिशिया नेता बबाकुरा कोलो ने इसे संदिग्ध बमबारी बताया है। कुछ चश्मदीदों का कहना है कि यह आत्मघाती हमला भी हो सकता है, हालांकि इसकी अभी आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है। पुलिस और विस्फोटक निपटान टीम मौके पर पहुंच चुकी है और जांच जारी है।
मैदुगुरी ही क्यों बनता है बार-बार निशाना?
मैदुगुरी, नाइजीरिया के बोर्नो राज्य की राजधानी है और इसे लंबे समय से जिहादी संगठन बोको हराम और उसके गुट ISWAP (इस्लामिक स्टेट वेस्ट अफ्रीका प्रोविंस) का गढ़ माना जाता रहा है। हालांकि, बीते कुछ वर्षों में यह शहर अपेक्षाकृत शांत रहा था। यहां आखिरी बड़ा हमला साल 2021 में हुआ था। ऐसे में इस धमाके ने एक बार फिर यह सवाल खड़ा कर दिया है कि क्या जिहादी हिंसा दोबारा तेज़ होने वाली है?
धमाके के बाद का मंजर कितना डरावना था?
धमाके के बाद सामने आए वीडियो बेहद भयावह हैं। वीडियो में एक व्यक्ति खून से लथपथ ज़मीन पर तड़पता दिख रहा है, वहीं कई शव चादरों से ढके नजर आ रहे हैं। गवाह ईसा मूसा युशाउ ने बताया कि उन्होंने कई घायलों को इलाज के लिए ले जाते देखा। हालांकि, अब तक यह साफ नहीं हो पाया है कि कुल कितने लोग घायल हुए हैं।
किसी संगठन ने जिम्मेदारी क्यों नहीं ली?
अब तक किसी भी सशस्त्र संगठन ने इस हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है। यही वजह है कि इस घटना को लेकर रहस्य और भी गहरा गया है। सुरक्षा एजेंसियां बोको हराम और ISWAP-दोनों एंगल से जांच कर रही हैं।
नाइजीरिया में जिहादी हिंसा कितनी खतरनाक हो चुकी है?
संयुक्त राष्ट्र के अनुसार, नाइजीरिया 2009 से जिहादी विद्रोह का सामना कर रहा है। अब तक 40,000 से ज्यादा लोग मारे जा चुके हैं। लगभग 20 लाख लोग अपने घर छोड़ने को मजबूर हुए हैं। हालांकि, हिंसा पहले के मुकाबले कुछ कम हुई है, लेकिन अब इसके फिर से बढ़ने की आशंका जताई जा रही है। यह हिंसा नाइजर, चाड और कैमरून जैसे पड़ोसी देशों तक फैल चुकी है।

क्या फिर लौट रहा है मैदुगुरी का डरावना दौर?
मैदुगुरी में आज भी सेना की गाड़ियां, चेकपोस्ट और भारी सुरक्षा तैनाती आम बात है। यह धमाका इस बात का संकेत हो सकता है कि जिहादी संगठन दोबारा सिर उठाने की कोशिश कर रहे हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि आने वाले समय में जिहादी हमलों में बढ़ोतरी हो सकती है, खासकर ग्रामीण इलाकों में। नाइजीरिया की मस्जिद में हुआ यह धमाका सिर्फ एक हमला नहीं, बल्कि पूरे इलाके के लिए एक गंभीर चेतावनी है। नमाज़ जैसे पवित्र वक्त में हुआ यह विस्फोट यह दिखाता है कि आतंक की आग अभी पूरी तरह बुझी नहीं है।


