पाकिस्तान ने फाइनली मान ली वो बात, जिसे महीनों से कर रहा था इनकार
नई दिल्ली। पाकिस्तानी सरकार ने मई में भारत द्वारा चलाए गए ऑपरेशन सिंदूर के तहत अपने सैन्य ठिकानों पर हमले की बात कबूल कर ली है। उप प्रधानमंत्री इशाक डार ने माना कि भारतीय ड्रोन्स ने रावलपिंडी के चकलाला इलाके में नूर खान एयरबेस पर हमला किया।

इशाक डार ने कहा, भारत की ओर से 36 घंटे में कम से कम 80 ड्रोन भेजे गए। हालांकि, उन्होंने दावा किया कि पाकिस्तान इनमें से 79 ड्रोन को रोकने में सक्षम रहा।। फिर भारत ने 10 मई की सुबह नूर खान एयरबेस पर हमला किया, जिसके बाद पाकिस्तान ने जवाबी कार्रवाई की।
डार ने आगे कहा कि मई के संघर्ष के दौरान इस्लामाबाद ने पाकिस्तान और भारत के बीच मध्यस्थता का अनुरोध नहीं किया था। उन्होंने दावा किया कि अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रूबियो और सऊदी विदेश मंत्री प्रिंस फैसल बिन फरहान ने नई दिल्ली से बात करने की इच्छा जताई थी।
इशाक डार ने दावा किया कि 10 मई को रूबियो ने उन्हें सुबह करीब 8.17 बजे फोन किया, जिसमें बताया कि भारत युद्धविराम के लिए तैयार है और पूछा कि क्या पाकिस्तान सहमत होगा। डार ने आगे कहा, मैंने कहा कि हम कभी युद्ध नहीं चाहते थे।
डार का यह बयान तब आया, जब पाकिस्तान के राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी ने माना कि मई में भारत के साथ चार दिन के संघर्ष के दौरान उनके मिलिट्री सेक्रेटरी ने उन्हें बंकर में जाने की सलाह दी थी। हालांकि, उन्होंने शनिवार को एक पब्लिक मीटिंग में बताया कि उन्होंने वह सलाह नहीं मानी।
हाल ही में सैटेलाइट तस्वीरें सामने आई हैं जिनसे पता चलता है कि इस साल मई में भारत के ऑपरेशन सिंदूर हमलों के बाद पाकिस्तान के नूर खान एयरबेस पर दोबारा निर्माण का काम चल रहा था। नूर खान, इस्लामाबाद से 25 किमी से भी कम दूरी पर स्थित एक स्ट्रैटेजिक एयरबेस है।
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