सार
पाकिस्तान में नेशनल असेंबली भंग हो गई है। अब केयरटेकर गवर्नमेंट बनेगी। यह सरकार चुनाव कराएगी। अपने विदाई भाषण में पीएम शहबाज शरीफ ने पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान पर जमकर हमला बोला।
इस्लामाबाद। पाकिस्तान चुनावी मोड में पहुंच गया है। बुधवार देर रात राष्ट्रपति आरिफ अल्वी ने नेशनल असेंबली भंग किए जाने को स्वीकृति दे दी। इसके लिए प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने प्रस्ताव दिया था। अब पाकिस्तान में केयरटेकर गवर्नमेंट बनेगी। यह 90 दिन में चुनाव कराएगी।
नेशनल असेंबली भंग किए जाने से पहले प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ (PM Shehbaz Sharif) ने विदाई भाषण दिया। इस दौरान उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान पर चुन-चुन कर वार किए। उन्होंने कहा कि हमें पिछली सरकार की लापरवाही और विफलता का बोझ उठाना पड़ा। शहबाज 16 महीने पीएम रहे। उन्होंने अपने इस कार्यकाल को अपने जीवन की सबसे कठिन परीक्षा बताया।
बुधवार को नेशनल असेंबली में शहबाज ने कहा, "मुझे कभी ऐसे दौर से नहीं गुजरना पड़ा। यह मेरे 38 साल लंबे राजनीतिक करियर की कठिन परीक्षा थी। पाकिस्तान भयंकर आर्थिक संकट में फंसा हुआ था। तेल की कीमतें आसमान छू रहीं थी। देश में राजनीतिक अराजकता थी।"
शहबाज ने कहा, "हमारी सरकार ने किसी भी राजनीतिक प्रतिद्वंद्वी को जेल नहीं भेजा या उन्हें परेशान नहीं किया। यह हमारी प्रथा कभी नहीं थी।" इमरान खान को मिली सजा के बारे में शहबाज ने कहा कि अगर आज किसी पार्टी के नेता को सलाखों के पीछे डाल दिया गया तो हम इससे खुश नहीं हैं। अगर कुछ लोगों ने मिठाइयां बांटी हैं तो यह सही नहीं है। यह एक अच्छी परंपरा नहीं है।
तीन दिन में होगा नए पीएम का चुनाव
नेशनल असेंबली भंग होने के साथ ही अब पाकिस्तान में केयरटेकर गवर्नमेंट बनाने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। नए प्रधानमंत्री का चुनाव तीन दिन में होगा। केयरटेकर गवर्नमेंट की मुख्य जिम्मेदारी चुनाव कराने और नई सरकार के गठन की होती है। केयरटेकर गवर्नमेंट द्वारा बड़े फैसले नहीं लिए जाते। केयरटेकर गवर्नमेंट के संबंध में शरीफ ने कहा कि गुरुवार को विपक्ष के नेता राजा रियाज के साथ चर्चा करेंगे। इसमें इस बात पर विचार होगा कि पाकिस्तान के कार्यवाहक प्रधानमंत्री के लिए कौन उम्मीदवार होगा। फैसला लेने के लिए हमारे पास तीन दिन हैं।
इमरान खान की सरकार गिराकर पीएम बने थे शहबाज
गौरतलब है कि पाकिस्तान के पिछले नेशनल असेंबली चुनाव में पूर्व पीएम इमरान खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ को जीत मिली थी। इमरान खान प्रधानमंत्री बनें थे, लेकिन अपने पांच साल का कार्यकाल पूरा नहीं कर सके। 16 महीने पहले सभी विपक्षी दलों ने मोर्चा बनाया और अविश्वास प्रस्ताव के जरिए इमरान खान की सरकार गिरा दी। इसके बाद शहबाज शरीफ प्रधानमंत्री बने। इमरान खान तोशाखाना केस में तीन साल की सजा मिलने के बाद जेल में बंद हैं। उनपर पांच साल तक चुनाव नहीं लड़ने का प्रतिबंध लगा है। कोर्ट से राहत नहीं मिलती है तो इमरान आने वाला नेशनल असेंबली चुनाव नहीं लड़ पाएंगे।