सार
पाकिस्तान की राजनीति में उठापटक कोई नई बात नहीं है। आजादी के बाद से यहां 19 प्रधानमंत्री हुए हैं, सबका अपना कोई न कोई रोचक इतिहास रहा है।
इस्लामाबाद। क्रिकेटर से नेता बने इमरान खान आखिरकार अन्य समकक्षों की तरह पाकिस्तान का एक रिकार्ड तोड़ने में असफल ही हुए हैं। सुप्रीम कोर्ट से झटका मिलने और 48 घंटों में अविश्वास प्रस्ताव का सामना करने के आदेश के बाद इमरान खान एक रिकार्ड बनाते बनाते चूक गए। दरअसल, यह भी उन प्रधानमंत्रियों की सूची में शामिल हो गए हैं जिन्होंने अपना कार्यकाल पूरा नहीं किया है।
19 प्रधानमंत्रियों में कोई पांच साल नहीं, तीन ही चार साल रहे
पाकिस्तान के इतिहास में अभी तक 19 प्रधानमंत्री हो चुके हैं। इनमें से कोई ऐसा प्रधानमंत्री नहीं हुआ जिसने अपना पांच साल का कार्यकाल पूरा किया हो। हद तो यह है कि 19 में से केवल तीन ही ऐसे प्रधानमंत्री हुए जिन्होंने चार साल तक पद को सुशोभित किया। इमरान खान समेत पांच ऐसे पीएम हुए जिन्होंने कम से कम तीन साल का कार्यकाल पूरा किया है।
नवाज शरीफ ने पीएम पद पर बनाई हैट्रिक
पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ देश में तीन बार पीएम रहे चुके हैं लेकिन कभी भी कार्यकाल पूरा नहीं रहा। शरीफ के बाद बेनज़ीर भुट्टो दो बार प्रधानमंत्री रहीं हैं। देश में सात कार्यवाहक पीएम भी रह चुके हैं।
तीन प्रधानमंत्रियों को सेना ने हटाया
तीन नागरिक सरकारों को पाकिस्तानी सेना हटा चुकी है। 1958 में, फ़िरोज़ खान नून सरकार को बर्खास्त कर दिया गया और जनरल अयूब खान ने मार्शल लॉ की स्थापना की थी। जुलाई 1977 में जनरल जिया उल हक ने ऑपरेशन फेयरप्ले नामक अभियान से तख्तापलट कर तत्कालीन पीएम जुल्फिकार अली भुट्टो को हटाया था। तीसरी बार जनरल परवेज मुशर्रफ ने अक्टूबर 1999 में नवाज शरीफ को अपदस्थ कर दिया था।
सेना के चार प्रमुख रह चुके हैं राष्ट्रपति
पाकिस्तान में राष्ट्रपति के रूप में चार सेना प्रमुख रह चुके हैं। इन सेना प्रमुखों ने देश पर 75 में से 32 वर्षों तक शासन किया। जनरल जिया 1978 और 1988 के बीच सेना प्रमुख के रूप में सेवा करते हुए राष्ट्रपति थे। जनरल याह्या खान 1969 से 1971 तक सेना प्रमुख-सह-अध्यक्ष रहे। जनरल मुशर्रफ ने 2001 और 2007 के बीच इस उपलब्धि को दोहराया। अयूब खान ने राष्ट्रपति बनने के बाद खुद को फील्ड मार्शल के पद पर पदोन्नत किया।
सैन्य अध्यक्ष के अधीन इन पीएम ने किया काम
पांच प्रधानमंत्रियों ने अब तक एक सैन्य अध्यक्ष के अधीन कार्य किया है। नूरुल अमीन जनरल याह्या खान के तहत प्रधान मंत्री के रूप में संक्षिप्त रूप से सेवा करने वाले पहले व्यक्ति थे। शौकत अजीज (2004-2007) सेना प्रमुख-सह-अध्यक्ष के अधीन सेवा देने वाले अंतिम प्रधानमंत्री थे।
नवाज शरीफ साढ़े नौ साल रह चुके हैं प्रधानमंत्री
नवाज शरीफ ने तीन कार्यकालों में साढ़े नौ साल तक प्रधान मंत्री के रूप में कार्य किया है। उन्होंने दो बार - 1993 और 2017 - भ्रष्टाचार के आरोपों में अपना पद खो दिया था। जबकि 1999 में सैन्य तख्ता पलट कर उनको हटाया गया था।
सबसे लंबे समय तक लियाकत अली तो...
पाकिस्तान के पहले पीएम लियाकत अली खान के नाम सबसे लंबे कार्यकाल का रिकॉर्ड है। 16 अक्टूबर 1951 को हत्या किए जाने से पहले वे 1,524 दिनों के लिए प्रधान मंत्री बने रहे। एक प्रमुख बंगाली राजनेता, नूरुल अमीन ने 1971 के युद्ध के बीच केवल 13 दिनों के लिए प्रधान मंत्री के रूप में कार्य किया। वह 1971 और 1973 के बीच उपराष्ट्रपति भी थे। एकलौते नेता जो देश के उपराष्ट्रपति पद पर रह चुके हैं।
आजाद होने के 23 साल बाद पाकिस्तान में आम चुनाव
पाकिस्तान को अपना पहला आम चुनाव कराने में 23 साल लगे। जब 1970 में चुनाव हुए, तो अवामी लीग ने पूर्वी पाकिस्तान में दो सीटों को छोड़कर सभी पर जीत हासिल की और पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी ने पश्चिमी पाकिस्तान में बहुमत हासिल किया। राजनीतिक अराजकता ने बांग्लादेश के निर्माण में योगदान दिया।
पहले 11 वर्ष में सबसे अधिक सात प्रधानमंत्री
पाकिस्तान के पहले 11 वर्षों में सात प्रधान मंत्री देखे गए। 1951 में लियाकत अली खान की हत्या के बाद, सात वर्षों में छह लोगों ने पद संभाला। 1950 के दशक के उथल-पुथल के दौरान, मोहम्मद अली बोगरा ने सबसे लंबी अवधि - दो साल और 117 दिनों के लिए पद संभाला।
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