सार

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक पाकिस्तान में हुए विरोध प्रदर्शन के दौरान पुलिस और प्रदर्शनकारियों ने फायरिंग की। साथ ही भीड़ ने एक आर्म्स की दूकान को भी लौट लिया।

पेशावर: पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ के अध्यक्ष इमरान खान की गिरफ्तारी के खिलाफ देशभर में हिंसक विरोध प्रदर्शन हुआ, जिसमें सात लोगों की मौत हो गई। डॉन की रिपोर्ट के मुताबिक पीटीआई कार्यकर्ताओं और पुलिस के बीच झड़पों में 122 से अधिक लोग घायल हो गए, जिसके बाद हिंसा को रोकने के लिए सेना को बुलाना पड़ा।

पेशावर के लेडी रीडिंग अस्पताल के प्रवक्ता मोहम्मद असीम ने डॉन को बताया कि चार घायल पीटीआई कार्यकर्ताओं को अस्पताल ले जाया गया, जिनमें से दो की बाद में मौत हो गई। उन्होंने कहा कि अस्पताल में कुल 84 पीटीआई कार्यकर्ता इलाज के लिए आए। इनमें से ज्यादातर को गोली लगी थी। फिलहाल सभी घायलों की हालत खतरे से बाहर है।

रिपोर्ट के मुताबिक प्रदर्शकारियों ने पाकिस्तान रेडियो इमारत में आग लगा दी। इस बीच पेशावर पुलिस ने दावा किया कि राजधानी में हिंसा के दौरान दो पुलिस अधीक्षक, एक पुलिस उपाधीक्षक, चार स्टेशन हाउस अधिकारी और चार कांस्टेबल घायल भी हुए।

पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर गोलियां चलाईं

उन्होंने दावा किया कि प्रदर्शनकारियों ने पुलिस पर पत्थरों और लाठियों हमला किया था। पुलिस ने कहा कि कर्मियों को ड्यूटी पर हथियार नहीं ले जाने के लिए कहा गया था। इस बीच खैबर पख्तुंवा पुलिस प्रमुख अख्तर हयात गंडापुर ने पीटीआई के उन दावों का खंडन किया है, जिसमें कहा गया है कि पुलिस ने प्रदर्शन करने वालों पर गोलियां चलाईं।

बता दें कि पीटीआई नेता और पूर्व वित्त मंत्री तैमूर सलीम झगरा ने पार्टी कार्यकर्ताओं पर गोली चलाने वाले एक "पुलिसकर्मी" का एक वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर किया था। गंडापुर ने डॉन को फोन पर बताया कि वर्दी में मौजूद शख्स पुलिसवाला नहीं है। पुलिसकर्मी निहत्थे थे और वीडियोटेप ने उसने वर्दी नहीं पहनी थी।

पेशावर में प्रदर्शनकारियों ने पुलिस पर की फायरिंग

इसके अलावा पेशावर कैपिटल सिटी के पुलिस प्रमुख मोहम्मद एजाज खान ने दावा किया कि पुलिस ने प्रदर्शनकारियों के खिलाफ हथियारों का इस्तेमाल नहीं किया और बल्कि प्रदर्शनकारियों ने उल्टा पुलिसकर्मियों पर गोलियां चलाईं।

भीड़ ने लूटी हथियारों की दुकान

उन्होंने कहा कि पुलिस ने रेडियो पाकिस्तान की इमारत में लॉडेड बंदूक ले जा रहे एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है। इतना ही नहीं पुलिस अधिकारियों ने जीटी रोड पर एक हथियार की दुकान को लूटने के आरोप में चार अन्य लोगों को गिरफ्तार किया है।

रिपोर्ट के मुताबिक प्रदर्शनकारियों ने कई जगह पुराने टायरों में आग लगाई, जबकि पुलिस ने उन पर आंसू गैस के गोले दागे। इसके अलावा भीड़ रेहमान बाबा चौक स्थित रेडियो पाकिस्तान की इमारत में घुस गई और परिसर में आग लगा दी।

एसोसिएटेड प्रेस ऑफ पाकिस्तान की इमारत को फूंका

इसी इमारत में स्थित सरकार की समाचार एजेंसी एसोसिएटेड प्रेस ऑफ पाकिस्तान का एक कार्यालय भी आग में जलकर खाक हो गया। हालांकि स्टाफ के सदस्य बाल-बाल बच गए। आग लगने के बाद ऑफिस में मौजूद एक कर्मचारी ने इमारत की तीसरी मंजिल से छलांग लगा दी जिससे उसका पैर टूट गया। भीड़ ने एपीपी पत्रकार आदिल सईद की कार को क्षतिग्रस्त कर दिया।

पीटीआई के कार्यकर्ता गिरफ्तार

पुलिस अधिकारियों ने दावा किया कि उन्होंने प्रांतीय राजधानी में 43 प्रदर्शनकारियों को और प्रांत के अन्य हिस्सों में प्रांतीय विधानसभा के पूर्व पीटीआई सदस्यों सहित 247 को गिरफ्तार किया।

यह भी पढ़ें- इमरान खान का आरोप- गिरफ्तारी के बाद जहां रखा गया था वहां नहीं था वॉशरूम, रची गई थी हत्या की साजिश