सार

अफगान आर्मी 209 कॉर्प्स के मुताबिक़, जावेद नाम के एक पाकिस्तानी सेना अधिकारी हमले में मारे गए हैं। बताया गया है कि जावेद लोगर, पक्तिया और पक्तिका इलाकों में तालिबान को लीड कर रहे थे।

कंधार। पाकिस्तान (Pakistan) अपनी ओछी हरकतों से बाज नहीं आ रहा है। अफगानिस्तान (Afghanistan) सरकार ने दावा किया है कि पाकिस्तान ने तालिबान (Taliban) की मदद के लिए दस हजार से अधिक आतंकवादियों को उनकी सीमा में प्रवेश करा दिया है। तालिबान की ओर से लड़ रहा एक पाकिस्तानी सैन्य अधिकारी भी अफगान सुरक्षा बलों द्वारा मार गिराया गया है। 

अफगानिस्तान के राष्ट्रपति भी लताड़ चुके हैं पाकिस्तान को

राष्ट्रपति अशरफ गनी (Asharaf Ghani) के प्रवक्ता ने बयान जारी कर कहा है कि पाकिस्तान के भेजे गए आतंकवादी तालिबान की ओर से अफगानिस्तान के साथ छद्म युद्ध लड़ रहे हैं। अफगानिस्तान के राष्ट्रपति के प्रवक्ता ने कहा कि पाकिस्तान के दस हजार से अधिक आतंकवादियों के हमारी सीमा में प्रवेश से साफ है कि एक संस्था तालिबान को ट्रेनिंग और धन से मदद कर रही है। अभी कुछ दिन पहले ही राष्ट्रपति गनी ने आतंकियों से नाता रखने पर पाकिस्तान को लताड़ा था। 

पाकिस्तान का अफसर तालिबान के पक्ष से लड़ता मारा गया

पाकिस्तान का छुपे तौर पर अफगानिस्तान के आतंकी संगठन तालिबान के साथ रिश्ता है। यह कई बार सामने भी आ चुका है। अफगान सुरक्षा बलों ने एक पाकिस्तानी सैन्य अधिकारी को भी मार गिराया है। अफगान आर्मी 209 कॉर्प्स के मुताबिक़, जावेद नाम के एक पाकिस्तानी सेना अधिकारी हमले में मारे गए हैं। बताया गया है कि जावेद लोगर, पक्तिया और पक्तिका इलाकों में तालिबान को लीड कर रहे थे।

पाकिस्तानी आवाम नहीं है पाकिस्तान की सरकार के साथ

पाकिस्तान सरकार की हरकतों से वहां की जनता नाराज है। पाकिस्तान के दक्षिण वजीरिस्तान में अफगानिस्तान के समर्थन और पाकिस्तान की हरकतों के खिलाफ दो दिन पहले ही मार्च निकाला गया था। मार्च में शामिल स्थानीय पाकिस्तानियों ने कहा था कि अफगानिस्तान के खिलाफ पाकिस्तान के अघोषित युद्ध से हम सबको परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। पाकिस्तान के दक्षिणी वजीरिस्तान (खैबर पख्तूनख्वा प्रांत) में शामिल लोगों का कहना था कि इस अघोषित युद्ध में कई निर्दाेष लोग मारे जा चुके हैं। मार्च की अगुवाई करने वाले नेताओं ने कहा था कि अफगानिस्तान युद्ध के कारण पूरा इलाका गरीबी झेल रहा है।