सार

 पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान की सरकार ने सीनेट चुनाव में हार के बाद बहुमत साबित कर दिया। पाकिस्तान की संसद में शनिवार को वोटिंग हुई, इसका विपक्ष ने बहिष्कार कर दिया। हालांकि, इमरान की पार्टी तहरीक-ए-इंसाफ ने 178 वोट हासिल किए। बहुमत के लिए 171 वोटों की जरूरत थी। बहुमत साबित करने के बाद इमरान खान संसद से देश को संबोधित किया। इस दौरान गरीबी, महंगाई, भ्रष्टाचार को लेकर इमरान खान का दर्द झलका। 

इस्लामाबाद. पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान की सरकार ने सीनेट चुनाव में हार के बाद बहुमत साबित कर दिया। पाकिस्तान की संसद में शनिवार को वोटिंग हुई, इसका विपक्ष ने बहिष्कार कर दिया। हालांकि, इमरान की पार्टी तहरीक-ए-इंसाफ ने 178 वोट हासिल किए। बहुमत के लिए 171 वोटों की जरूरत थी। बहुमत साबित करने के बाद इमरान खान संसद से देश को संबोधित किया। इस दौरान गरीबी, महंगाई, भ्रष्टाचार को लेकर इमरान खान का दर्द झलका। 

महंगाई-गरीबी पर क्या बोले इमरान ?
इमरान खान ने पाकिस्तान में महंगाई और गरीबी को सबसे बड़ी समस्या बताया। उन्होंने कहा, महंगाई बढ़ गई है लोगों का गुजारा सैलरी में नहीं हो रहा है। इमरान खान ने कहा, मेरे ऊपर महंगाई का सबसे बड़ा प्रेशर है। रुपया गिरता है, तो महंगाई बढ़ती है। हम जितना पैसा इकट्ठा करते हैं, उसका आधा कर्जों की किश्त में चला जाता है। उन्होंने कहा, हमारी सरकार इस पर काम कर रही है कि कैसे महंगाई की मार कम की जाए। हम जल्द से जल्द ऐसी स्कीमें लाएंगे, जिससे निचले तबके को सब्सिडी मिल सके। उन्हें राहत मिल सके। 

इमरान खान ने कहा, पाकिस्तान में कोई भूखा ना सोए, इसके लिए रसोई बनाई जा रही हैं, ताकि भूखेमंद लोगों को खाना मिल सके। कोई भूखा ना सोए, इसके लिए एरिया चुने गए हैं, यहां रसोईयां बनाई जा रही हैं। जब तक गरीबी को दूर करने के लिए स्कीमें शुरू होती हैं, तब तक हम भूखों का पेट भरने के लिए अभियान चला रहे हैं। इसके अलावा किसानों के लिए भी अच्छी स्कीमें ला रहे हैं। हम किसानों के ऊपर खास जोर दे रहे हैं।

FATF में ब्लैक लिस्टेड होने का किया जिक्र
FATF में पाकिस्तान पर ब्लैक लिस्टेड होने का खतरा मंडरा रहा है। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने इस पर भी बात रखी। इमरान खान ने कहा कि पाकिस्तान एफएटीएफ में मेरे सरकार में शामिल नहीं हुआ। यह पहले से है। इमरान ने कहा, अगर पाकिस्तान आज एफएटीएफ की ब्लैक लिस्ट में शामिल हो जाता है, तो हम पर प्रतिबंध लगा दिए जाएंगे। महंगाई बढ़ जाएगी। लोगों पर और दबाव पड़ेगा। 

चुनाव आयोग पर निकाली भड़ास
इमरान ने कहा, हम चुनाव सुधार के दिशा में भी काम कर रहे हैं। अब विदेश में रहने वाले पाकिस्तानी भी वोट कर सकेंगे। इसके अलावा अब हम इलेक्ट्रॉनिक मशीन से वोटिंग कराने पर काम कर रहे हैं। ऐसा होने पर जो हारेगा उसे अपनी हार माननी पड़ेगी। इमरान ने कहा, सीनेट का चुनाव हुआ। हमें पता था कि इसके लिए 1 महीने पहले से पैसा इकट्ठा किया जा रहा है। बकरा मंडी बनी दी सीनेट को। चुनाव आयोग कह रहा है कि अच्छा चुनाव हुआ। मैं हैरान हूं कि अगर इसे अच्छा चुनाव कहेंगे, तो बुरा चुनाव क्या होगा? 

जरदारी-शरीफ को बताया डाकू
इमरान खान ने कहा, दुनिया में सबसे भ्रष्ट जरदारी को कहा जाता है। कहा जाता है कि एक जरदारी सब पर भारी। नवाज शरीफ एक डाकू, देश को लूटकर, झूठ बोलकर भागा है। जैसे ही जहाज पर चढ़े, आज बिल्कुल ठीक हैं। वहां (लंदन), से साजिश रच रहा है। किसे पैसे देने हैं, किसे पैसे खिलाने हैं। ये सभी डाकू इकट्ठा होकर दबाव डाल रहे हैं कि इमरान खान जनरल मुशर्रफ की तरह इस्तीफा दे देगा। जरदारी और शरीफ दोनों ने देश को लूटा। दोनों ने देश पर चार गुना कर्जा बढ़ा दिया। इन लोगों को पता था कि इमरान हमारे भ्रष्टाचार के केस माफ नहीं करेगा। ये केस हमने नहीं बनाए। ये केस पहले से थे। जरदारी का 60 मिलियन डॉलर स्विट्जरलैंड में जमा है। 

बिजली पाकिस्तान के लिए बड़ी समस्या
इमरान ने कहा, हमारे लिए बिजली की चुनौती है। कॉन्ट्रैक्ट महंगे किए गए हैं। अगर हम बिजली की कीमतें बढ़ाते हैं, तो लोग परेशान हो जाएंगे। लेकिन नहीं बढ़ाते तो हमारे पास कर्जे बढ़ रहे हैं। हम कुछ ऐसी योजनाएं ला रहे हैं, जिससे हमारे पैसे बचे। 

एक्सपोर्ट बढ़ाने की जरूरत
हम कर्जे से कैसे बाहर निकल सकते हैं। इसके लिए पैसों की जरूरत है। इमरान ने कहा कि हमें एक्सपोर्ट बढ़ाने की जरूरत है। इसी से आर्थिक विकास होगा। हम इंवेस्टमेंट पर फोकस कर रहे हैं। लोग तैयार हैं पाकिस्तान में इंवेस्ट करने के लिए। हम मेगा प्रोजेक्ट ला रहे हैं। मॉर्डन सिटी बनाने जा रहे हैं। 

आखिरी बॉल तक संघर्ष करूंगा
इमरान खान ने कहा, मैं आखिरी समय तक संघर्ष करूंगा। चाहें मेरी पार्टी के लोग मेरा साथ छोड़ दें। फिर भी मैं अकेले लगा रहूंगा। इमरान ने कहा, मैं आखिरी गेंद तक लड़ने वाला कप्तान रहा हूं। आखिरी गेंद तक संघर्ष करूंगा। यह वक्त देश को बचाने का समय है।