सार

पीएम मोदी 56 साल बाद गुयाना पहुंचे, भारत-कैरिकॉम संबंधों को नई दिशा देने के लिए कई अहम पहलों पर हुई चर्चा। कृषि, कौशल विकास और फार्मा जैसे क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने पर ज़ोर।

India-CARICOM Summit: गुयाना के जॉर्जटाउन में भारत-कैरिकॉम समिट में शिरकत करने पहुंचे पीएम मोदी ने कहा कि 56 साल बाद किसी भारतीय प्रधानमंत्री का गुयाना आना हमारे संबंधों में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है। लगभग 24 साल पहले मुझे एक आम नागरिक के तौर पर यहां आने का मौका मिला था। प्रधानमंत्री मोदी ने जॉर्जटाउन में कहा कि आज की मीटिंग में हमने अपने सहयोग को मजबूत करने के लिए कई नई पहलों की पहचान की है। अपने व्यापार और आपसी सहयोग को बढ़ाने के लिए हम निरंतर प्रयास करते रहेंगे।

पीएम ने गुयाना को बताया ग्लोबल वर्ल्ड का प्रमुख सहयोगी

सम्मेलन में पीएम मोदी ने कहा कि भारत और गयाना सहमत है कि सभी समस्याओं का समाधान बातचीत और कूटनीति से होना चाहिए। हम एकमत हैं कि ग्लोबल इंस्टीट्यूशंस में सुधार आज के समय की मांग है। क्लाइमेट जस्टिस हम दोनों के लिए प्राथमिकता का विषय है। उन्होंने कहा कि मुझे ख़ुशी है कि गयाना भारत द्वारा लिए गए अंतरराष्ट्रीय सौर अलायंस, Coalition for Disaster Resilient Infrastructure, Global Biofuel Alliance जैसे इनिशिएटिव्स से जुड़ा हुआ है। इससे हम पूरे विश्व में ग्रीन और सस्टेनेबल फ्यूचर की ओर बढ़ने के प्रयासों को सशक्त कर सकेंगे।

 

 

कृषि से लेकर कौशल विकास में योगदान का आश्वासन

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि गुयाना के लोगों की जरूरतों के अनुसार कौशल विकास और क्षमता निर्माण में भारत ने बहुत बड़ा योगदान दिया है। भारत फार्मा products के लिए गयाना का महत्वपूर्ण स्रोत है। हम फार्मा एक्सपोर्ट्स को बढ़ाने के साथ साथ गयाना में जन औषधि केंद्र बनाने पर भी काम करेंगे। पिछले वर्ष भारत द्वारा दिए गए millets seeds से हम गयाना के साथ साथ पूरे क्षेत्र की food security बढ़ाने में अपना योगदान दे सके। उसी प्रकार से चावल, गन्ना, मक्का, सोया तथा अन्य फसलों की खेती बढ़ाने में भी हम सहयोग करेंगे।

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