सार
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने 26 फरवरी, 2019 को हुई बालाकोट एयर स्ट्राइक को मोदी की चुनावी साजिश बताया है। रिपब्लिक टीवी के एडिटर इन चीफ अर्नब गोस्वामी की कथित वॉट्सऐप चैट में बालाकोट का जिक्र होने के बाद राजनीति गर्माई हुई है। ऐसा कहा जा रहा है कि अर्नब को पहले से बालाकोट स्ट्राइक के बारे में पता था।
इस्लामाबाद, पाकिस्तान. रिपब्लिक टीवी के एडिटर इन चीफ अर्नब गोस्वामी की कथित वॉट्सऐप चैट के वायरल होने के बाद से राजनीति गर्माई हुई है। कांग्रेस इस मामले में मोदी सरकार को घेरने में लगी है, वहीं पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान भी मौके पर चौका मारने में जुट गए हैं। इमरान खान ने 26 फरवरी, 2019 को हुई बालाकोट एयर स्ट्राइक को मोदी की चुनावी साजिश बताया है। बता दें कि अर्नब गोस्वामी की कथित वॉट्सऐप चैट में बालाकोट का जिक्र सामने आया है। ऐसा कहा जा रहा है कि अर्नब को पहले से बालाकोट स्ट्राइक के बारे में पता था।
इमरान खान ने किया ट्वीट...
इमरान खान ने ट्वीट करके कहा कि मोदी सरकार आतंकवादियों को बढ़ावा दे रही है। मोदी सरकार ने अपने चुनावी फायदे के लिए पूरे इलाके को संघर्ष की आग में झोंक दिया। इमरान ने कहा कि अर्नब गोस्वामी कांड से खुलासा होता है कि भारतीय मीडिया और मोदी सरकार के बीच नापाक रिश्ता है। इमरान ने मोदी को तानाशाह भी बताया। इमरान ने दुनियाभर से इस मामले में हस्तक्षेप करने की मांग की है। उन्होंने कहा कि अगर भारत को सैन्य एजेंडे से नहीं रोका गया, तो आने वाले संकट को नियंत्रित नहीं किया जा सकता है। इससे पहले पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय ने भी कहा है कि भाजपा सरकार ने अतिराष्ट्रवाद को बढ़ावा देने के मकसद से बालाकोट में सर्जिकल स्ट्राइक कराई थी।
यह है अर्नब गोस्वामी का मामला..
बता दें कि अर्नब और ब्रॉडकास्ट ऑडियंस रिसर्च काउंसिल (BARC) के पूर्व CEO पार्थ दासगुप्ता के साथ हुई कथित वाट्सऐप चैट लीक हुई है। ये वॉट्सऐप चैट्स 23 फरवरी, 2019 की हैं। इससे पता चलता है कि अर्नब को बालाकोट स्ट्राइक के बारे में पता था। बता दें कि 14 फरवरी, 2019 को पुलवामा में सीआरपीएफ के काफिले पर आतंकी हमला हुआ था। इसमें 40 जवान शहीद हुए थे। इसके बाद भारतीय वायु सेना ने 26 फरवरी को 12 मिराज 2000 जेट्स से नियंत्रण रेखा पार बालाकोट में जैश-ए-मोहम्मद संचालित आतंकवादी शिविर पर हमला किया था। इस ऑपरेशन के दौरान 300 आतंकवादी मारे जाने की खबर थी।
In 2019, I spoke at UNGA on how India’s fascist Modi govt used the Balakot crisis for domestic electoral gains. Latest revelations from communication of an Indian journalist, known for his warmongering, reveal the unholy nexus between the Modi govt & Indian media