सार
रूस के रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता मेजर जनरल इगोर कोनाशेनकोव ने शनिवार को कहा कि रूसी सशस्त्र बलों ने यूक्रेन के सैन्य ठिकानों पर क्रूज मिसाइलों से हमले किए हैं। इन मिसाइलों को समुद्र में स्थित युद्धपोत और लड़ाकू विमानों से दागा गया।
मॉस्को। रूस (Russia-Ukraine War) की ओर से दिए गए यूक्रेन से वार्ता प्रस्ताव खारिज होने के बाद युद्ध और तेज होता जा रहा है। रूस ने यूक्रेन (Ukraine) पर हमला तेज कर दिया है। युद्ध के तीसरे दिन रूस ने अपने सैनिकों को यूक्रेन में सभी दिशाओं से आगे बढ़ने का आदेश दिया है। कीव में कर्फ्यू (Curfew in Kyiv) लगा दिया गया है। मास्को ने ऐलान कर दिया है कि वह अब हर तरफ से आक्रमण करेगा।
रूसी सैनिक बढ़ रहे कीव की ओर
ब्रिटेन के रक्षा मंत्रालय (Britain Defence Ministry) ने शनिवार को कहा कि बड़ी संख्या में रूसी सैनिक यूक्रेन की राजधानी कीव की ओर बढ़ रहे हैं। वे कीव से मात्र 30 किलोमीटर दूर तक पहुंच गए हैं। ब्रिटेन का कहना है कि यूक्रेन के एयरस्पेस पर रूस का अभी तक पूरा नियंत्रण नहीं हुआ है। खुफिया जानकारी के हवाले से ब्रिटेन के विदेश मंत्रालय ने कहा है कि रूस की वायु सेना को नुकसान हुआ है। उनकी प्रभावशीलता कम हुई है।
रूस ने दागे क्रूज मिसाइल्स
रूस के रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता मेजर जनरल इगोर कोनाशेनकोव ने शनिवार को कहा कि रूसी सशस्त्र बलों ने यूक्रेन के सैन्य ठिकानों पर क्रूज मिसाइलों से हमले किए हैं। इन मिसाइलों को समुद्र में स्थित युद्धपोत और लड़ाकू विमानों से दागा गया। कोनाशेनकोव ने कहा कि रात के दौरान रूसी सशस्त्र बलों ने हवाई और समुद्र आधारित क्रूज मिसाइलों का उपयोग करके लंबी दूरी के सटीक हथियारों के साथ यूक्रेनी सैन्य बुनियादी ढांचे की सुविधाओं पर हमला किया। रूसी सशस्त्र बलों ने यूक्रेनी सैन्य बुनियादी ढांचे की 821 वस्तुओं को नष्ट कर दिया।
14 मिलिट्री एयरफिल्ड पर हुआ हमला
रूसी सेना ने 14 सैन्य हवाई क्षेत्र, 19 कमांड पोस्ट और संचार केंद्र, 24 एस-300 और ओसा एंटी-एयरक्राफ्ट मिसाइल सिस्टम और 48 रडार स्टेशन पर हमला किया है। कोनाशेनकोव ने दावा किया कि रूसी सेना के हमले में यूक्रेन के 7 लड़ाकू विमान, 7 हेलिकॉप्टर और 9 ड्रोन को मार गिराया गया। यूक्रेन के 87 टैंक और अन्य लड़ाकू बख्तरबंद वाहन, 28 मल्टीपल रॉकेट लॉन्चर और विशेष सैन्य वाहनों की 118 इकाइयां नष्ट हो गईं। रूसी नौसेना ने 8 यूक्रेनी सैन्य नौकाओं को नष्ट कर दिया।
हम हथियार नहीं डालेंगे
उधर, रूस के आक्रमण के बीच यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर जेलेंस्की ने कहा कि वह अपने देश को क्रेमलिन को नहीं सौंपेंगे। 44 वर्षीय यूक्रेनी राष्ट्रपति ने कहा, "मैं यहां हूं। हम कोई हथियार नहीं डालेंगे। हम अपने राज्य की रक्षा करेंगे, क्योंकि हमारे हथियार हमारी सच्चाई हैं। हमारी सच्चाई यह है कि यह हमारी भूमि है, हमारा देश है, हमारे बच्चे हैं और हम इस सब की रक्षा करेंगे।"
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सैन्य उपकरणों में $350 मिलियन
पेरिस में, फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने चेतावनी दी कि दुनिया को एक लंबे युद्ध के लिए तैयार रहना चाहिए। मैक्रों ने कहा, "यह संकट बना रहेगा, यह युद्ध चलेगा और इसके साथ आने वाले सभी संकटों के स्थायी परिणाम होंगे। हमें तैयार रहना चाहिए।"
मैक्रों से बात करने के बाद ज़ेलेंस्की ने ट्वीट कर साझेदारों को हथियार और उपकरण भेजने के लिए धन्यवाद दिया। कई नाटो सदस्यों ने हाल के हफ्तों में यूक्रेन को हथियार और गोला-बारूद भेजा है, जिसमें ब्रिटेन, संयुक्त राज्य अमेरिका और पूर्वी यूरोप के पूर्व-कम्युनिस्ट देश शामिल हैं। यूएस विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने अतिरिक्त सैन्य उपकरणों में $350 मिलियन (310 मिलियन यूरो) की घोषणा की।
नाटो ने तैनात किए 40 हजार सैनिक
नाटो ने कहा है कि वह पहली बार पूर्वी यूरोप में 40,000 सैनिकों की अपनी बल तैनात कर रहा है, लेकिन पश्चिमी सैन्य गठबंधन ने स्पष्ट कर दिया है कि वह यूक्रेन में कोई सैनिक नहीं भेजेगा।
यूक्रेन के 198 लोगों की मौत
रूस द्वारा किए गए हमले से अबतक यूक्रेन के 198 आम लोगों की मौत हुई है। इनमें तीन बच्चे भी शामिल हैं। 33 बच्चों सहित 1,115 लोग घायल हुए हैं। रूसी सेना ने कीव पर मिसाइल और तोपखाने से भारी हमला किया था। सिटी सेंटर में स्थित सरकारी भवनों के पास गोलियां चलीं। यूक्रेन के अधिकारियों ने नागरिकों से रूसी सेना को आगे बढ़ने से रोकने में मदद करने का आग्रह किया है। यूक्रेनी अधिकारियों ने कहा कि रूसी सेना ने काला सागर से सूमी, पोल्टावा और मारियुपोल शहरों में क्रूज मिसाइलें दागीं और दक्षिणी शहर मारियुपोल के पास भारी लड़ाई हुई।
1.2 लाख शरणार्थियों ने छोड़ा यूक्रेन
शरणार्थियों के लिए संयुक्त राष्ट्र के उप उच्चायुक्त केली क्लेमेंट्स ने कहा है कि यूक्रेन में संकट जारी रहने के कारण 40 लाख लोग सीमा पार करने की कोशिश कर सकते हैं। 1.2 लाख शरणार्थियों ने यूक्रेन छोड़ दिया है। क्लेमेंट्स ने कहा कि 850,000 लोग आंतरिक रूप से विस्थापित हुए हैं।
क्या है मामला?
रूस ने गुरुवार को यूक्रेन पर हमला शुरू किया था। रूस और यूक्रेन के बीच लड़ाई का मुख्य कारण यूक्रेन का अमेरिकी नेतृत्व वाले सैन्य संगठन नाटो का सदस्य बनने की कोशिश है। यूक्रेन का नाटो और यूरोपिय यूनियन से करीबी संबंध है। रूस ने अमेरिका से इस बात की गारंटी की मांग की थी कि यूक्रेन को नाटो का सदस्य नहीं बनाया जाएगा, लेकिन अमेरिका ने इससे इनकार कर दिया। रूस यूक्रेन के नाटो सदस्य बनने को अपनी सुरक्षा के लिए संकट के रूप में देखता है।
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