सार
रूस-यूक्रेन (Russia Ukraine conflict) ने सारी दुनिया के सामने एक नया संकट खड़ा कर दिया है। आशंका जताई जा रही है कि कहीं दो देशों की ये लड़ाई तीसरे विश्व युद्ध(third world war) में न बदल जाए। इस बीच अमेरिका ने माना कि यूक्रेन के लिए अगले कुछ महीने कठिन होने वाले हैं।
वर्ल्ड न्यूज डेस्क.रूस-यूक्रेन (Russia Ukraine conflict) ने सारी दुनिया के सामने एक नया संकट खड़ा कर दिया है। आशंका जताई जा रही है कि कहीं दो देशों की ये लड़ाई तीसरे विश्व युद्ध(third world war) में न बदल जाए। इस बीच अमेरिका ने माना कि यूक्रेन के लिए अगले कुछ महीने कठिन होने वाले हैं। रूस और यूक्रेन के बीच हुए इस विनाशकारी युद्ध की जड़ नॉर्थ अटलांटिक ट्रीटी ऑर्गनाइजेशन (NATO) को माना जा रहा है। यूक्रेन नाटो में शामिल होना चाहता है, लेकिन रूस को लगता है कि यदि ऐसा हुआ तो नाटो देशों के सैनिक ठिकाने उसकी सीमा के पास आकर खड़े हो जाएंगे। यही नहीं, यूक्रेन नाटो में शामिल होता है तो सभी देश उसकी सुरक्षा के लिए तैयार रहेंगे।
Russia Ukraine conflict
युद्ध के पहले दिन 137 लोगों की मौत की खबर है। यह जानकारी यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर ज़ेलेंस्की(Volodymyr Zelenskyy) ने न्यूज एजेंसी AFP को दी। जेलेंस्की का कहना है कि यूक्रेन को रूस से युद्ध के लिए अकेला छोड़ दिया गया है।
अगले कुछ महीने कठिन होंगे
व्हाइट हाउस ने आधिकारिक तौर पर कहा कि अगले कुछ दिन, सप्ताह और महीने यूक्रेन के लोगों के लिए कठिन होंगे। पुतिन ने उन पर बड़ा दर्द उतारा है। लेकिन यूक्रेन की जनता को आजादी के 30 साल हो गए हैं और उन्होंने दिखा दिया है कि वे किसी को भी बर्दाश्त नहीं करेंगे जो उनके देश को पीछे ले जाने की कोशिश करेगा।
यह अकारण लड़ाई है
उपराष्ट्रपति कमला हैरिस(Vice President Kamala Harris) के ओर से एक अधिकारी ने कहा कि अमेरिका और दुनिया भर की निगाहें यूक्रेन पर रूस के आक्रमण पर टिकी हैं। ''मैं स्पष्ट करना चाहती हूं कि यह चुनाव की लड़ाई है। यह अकारण है, यह अनुचित है और यह अनुचित है।''
Russia Ukraine war की 10 बड़ी बातें
1. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार देर रात रूसी राष्ट्रपति पुतिन से फोन पर बात की। इसमें युद्ध रोकने की अपील के साथ भारतीयों की सुरक्षा और उनकी देश वापसी का मुद्दा उठाया।
2. जेलेंस्की के अनुसार रूसी सैनिक राजधानी कीव में पहुंच गए हैं। उनका पहला निशाना वो हैं, उसके बाद उनका परिवार।
3. अमेरिका के अनुसार रूस ने यूक्रेन पर 160 मिसाइलें दागीं। जबकि रूस का दावा है कि उसने यूक्रेन पर पहले दिन 203 हमले किए। इनमें यूक्रेन के 83 लैंड बेस्ड टारगेट शामिल हैं।
4. यूक्रेन के मुताबिक युद्ध के पहले दिन उसके137 लोग मारे गए हैं। इनमें सेना और नागरिक शामिल हैं।
5. यूक्रेन ने 18-60 वर्ष के पुरुषों के वतन छोड़ने से रोक दिया है। उनसे मार्शल लॉ के तहत पालन करने को कहा है।
6. कीव में गुरुवार से रात को 10 बजे से सुबह 7 बजे तक नाइट कर्फ्यू है। लाइटें बंद रखने को कहा गया है।
7. यूक्रेन के स्नेक आईलैंड पर रूस ने कब्जा कर लिया है।
8. रूस के यूक्रेन पर हमले के पहले दिन सेना ने यूक्रेन में 11 एयर फील्ड्स समेत 83 से अधिक सैन्य ठिकानों को पूरी तरह से नष्ट कर दिया है।
9. रूस के रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता इगोर कोनाशेनकोव ने कहा, रूसी सेना की ओर से किए गए हमले के बाद यूक्रेन की 74 सैन्य सुविधाएं पूरी तरह से बर्बाद हो गई हैं।
10. यूक्रेन के रक्षा मंत्रालय की तरफ से बयान जारी करते हुए कहा गया है कि यूक्रेन के सैनिकों ने रूस के 6 प्लेन मार गिराए हैं। इसके साथ ही यूक्रेन के 50 रूसी सैनिक मारे गए हैं और 2 टैंक भी नष्ट किए गए हैं।
यह है विवाद की वजह
रूस यूक्रेन की नाटो की सदस्यता का विरोध कर रहा है। लेकिन यूक्रेन की समस्या है कि उसे या तो अमेरिका के साथ होना पड़ेगा या फिर सोवियत संघ जैसे पुराने दौर में लौटना होगा। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बिडेन पहले ही रूस को चेता चुके थे कि अगर उसने यूक्रेन पर हमला किया, तो नतीजे गंभीर होंगे। दूसरी तरफ यूक्रेन भी झुकने को तैयार नहीं था। अमेरिका को डर है कि अगर रूस से यूक्रेन पर कब्जा कर लिया, तो वो उत्तरी यूरोप की महाशक्ति बनकर उभर आएगा। इससे चीन को शह मिलेगी। यानी वो ताइवान पर कब्जा कर लेगा।
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