सार

यूक्रेन पर हमले के दूसरे दिन रूस (Russia Ukraine War) की सेना तेजी से आगे बढ़ रही है। रूस ने काला सागर में स्थित यूक्रेन के एक छोटे से द्वीप स्नेक आइलैंड पर कब्जा कर लिया है। इस द्वीप की रक्षा के लिए तैनात सभी यूक्रेनी सैनिक मारे गए।

कीव। यूक्रेन पर हमले के दूसरे दिन रूस (Russia Ukraine War) की सेना तेजी से आगे बढ़ रही है। इस दौरान यूक्रेन और रूस के सैनिकों के बीच भीषण लड़ाई हो रही है। रूस ने काला सागर (Black Sea) में स्थित यूक्रेन के एक छोटे से द्वीप स्नेक आइलैंड (Snake Island) पर कब्जा कर लिया है। इस द्वीप की रक्षा के लिए तैनात सभी यूक्रेनी सैनिक मारे गए। इस दौरान रूसी सैन्य अधिकारी और यूक्रेनी सैनिक के बीच हुई बातचीत चर्चा में है। 

स्नेक आइलैंड पर कब्जा करने आए रूसी युद्धपोत के अधिकारी ने द्वीप पर तैनात यूक्रेनी सैनिकों से हथियार रखने और आत्मसमर्पण करने को कहा। रूसी अधिकारी ने कहा कि यह रूस का युद्धपोत है। आप अपने हथियार रख दें और आत्मसमर्पण कर दें, ताकि कोई रक्तपात नहीं हो। अगर ऐसा नहीं करेंगे तो हम बमबारी कर देंगे। इसके जवाब में एक यूक्रेनी सैनिक ने कहा कि वे ऐसा नहीं करेंगे। उसने रूसी युद्धपोत के लिए अपशब्द करे। यह उस द्वीप से यूक्रेनी सैनिक द्वारा कहा गया अंतिम शब्द था। 

इसके बाद रूसी युद्धपोत द्वारा बमबारी की गई, जिससे द्वीप की रक्षा के लिए तैनात सभी 13 यूक्रेनी सैनिकों की मौत हो गई। यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर जेलेंस्की ने कहा कि सभी सीमा रक्षक वीरतापूर्वक मारे गए, लेकिन हार नहीं मानी। उन्हें मरणोपरांत यूक्रेन के हीरो के खिताब से नवाजा जाएगा।

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18 हेक्टेयर में फैला है स्नेक आइलैंड
बता दें कि स्नेक आइलैंड उत्तर पश्चिमी काला सागर में स्थित है। यह यूक्रेनी मुख्य भूमि के दक्षिणी सिरे से लगभग 48 किलोमीटर दूर है। यह क्रीमिया के पश्चिम में लगभग 300 किलोमीटर दूर है। क्रीमिया यूक्रेनी क्षेत्र है जिस पर रूस ने 2014 में कब्जा कर लिया था। इस आइलैंड का क्षेत्रफल केवल 18 हेक्टेयर है। पिछले साल गैर-पक्षपाती अटलांटिक काउंसिल थिंक टैंक की एक रिपोर्ट ने इसे काला सागर में "यूक्रेन के समुद्री क्षेत्रीय दावों की कुंजी" कहा था।

क्या है मामला?
बता दें कि रूस ने गुरुवार को यूक्रेन पर हमला कर दिया था। रूस और यूक्रेन के बीच लड़ाई का मुख्य कारण यूक्रेन का अमेरिकी नेतृत्व वाले सैन्य संगठन नाटो का सदस्य बनने की कोशिश है। यूक्रेन का नाटो और यूरोपिय यूनियन से करीबी संबंध है। रूस ने अमेरिका से इस बात की गारंटी की मांग की थी कि यूक्रेन को नाटो का सदस्य नहीं बनाया जाएगा, लेकिन अमेरिका ने इससे इनकार कर दिया। रूस यूक्रेन के नाटो सदस्य बनने को अपनी सुरक्षा के लिए संकट के रूप में देखता है।

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