सार
रूस यूक्रेन के खिलाफ युद्ध के मैदान में महिला कैदियों की भर्ती के लिए तरह-तरह के उपाय कर रहा है। इसके लिए रूसी सरकार ने महिला कैदियों की भर्ती के लिए वेतन में बढ़ोतरी और जल्द रिहाई करने का लालच दे रहा है।
Russia-Ukraine War: रूस यूक्रेन के खिलाफ युद्ध के मैदान में महिला कैदियों की भर्ती के लिए तरह-तरह के उपाय कर रहा है। इसके लिए रूसी सरकार ने महिला कैदियों की भर्ती के लिए वेतन में बढ़ोतरी और जल्द रिहाई करने का लालच दे रहा है। ये यूक्रेन के खिलाफ युद्ध में अपनी रैंक बढ़ाने की देश की राजनीति का बड़ा हिस्सा है। राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन महिलाओं की भर्ती सेना में करना चाहते हैं, बल्कि अर्धसैनिक बल और मिलिशिया भी महिलाओं की भर्ती पर जोर दे रहे हैं। हालांकि, ये पुतिन के उस सोच से मेल नहीं खा रहा है, जिसमें वो महिलाओं को घर का काम करने के लिए प्रेरित करते हैं।
द न्यूयॉर्क टाइम्स के अनुसार, रूसी अधिकारी महिला कैदियों को सैन्य सेवा में भर्ती करने के एवज में हर महीने 2,000 डॉलर तक का भुगतान कर रहे हैं और उनकी सजा माफ कर रहे हैं। बता दें कि 2,000 डॉलर का मासिक वेतन रूस में न्यूनतम वेतन का 10 गुना है।रिपोर्ट में कहा गया है कि कुछ मामलों में रूस समर्थक अर्धसैनिक बलों को महिला कैदियों को 4,000 डॉलर तक का साइनिंग बोनस भी दिया जा रहा है।
रूस में कैदियों को सैनिकों के रूप में भर्ती
यूक्रेन पर रूसी युद्ध की शुरुआत के बाद से देश कैदियों को सैनिकों के रूप में भर्ती कर रहा है। इनमें से अधिकांश कैदियों को वैगनर ग्रुप जैसी मिलिशिया में भर्ती किया जा रहा है। पिछले साल, बीबीसी न्यूज़ ने बताया था कि नियमित वेतन के अलावा कैदियों से वादा किया जाता है कि घायल होने की स्थिति में उन्हें 31,000 डॉलर का भुगतान किया जाएगा और युद्ध के दौरान मारे जाने पर उनके परिवारों को 52,000 डॉलर का भुगतान किया जाएगा।
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