सार

दक्षिण प्रशांत महासागर के ऊपर 418 किलोमीटर की ऊंचाई पर 17 अगस्त को दोनों अंतरिक्ष यानों की डॉकिंग हुई।

फ्लोरिडा: तीन टन से ज़्यादा भोजन, ईंधन और अन्य ज़रूरी सामान के साथ रूस का मानवरहित अंतरिक्ष यान 'प्रोग्रेस 89' कार्गो शिप अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) पर डॉक हो गया है। यह खबर अंतरिक्ष स्टेशन में फंसे स्टारलाइनर यात्रियों सुनीता विलियम्स और बुच विलमोर के लिए राहत की सांस लेकर आई है। 

नासा ने पुष्टि की है कि रूस का प्रोग्रेस 89 स्पेसक्राफ्ट, पृथ्वी से तीन टन से ज़्यादा सामान, जिसमें भोजन भी शामिल है, लेकर अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन पर पहुँच गया है। मानवरहित अंतरिक्ष यान के अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन के साथ डॉकिंग की घटना का नासा ने सीधा प्रसारण किया। 17 अगस्त को दक्षिण प्रशांत महासागर के ऊपर 418 किलोमीटर की ऊंचाई पर दोनों अंतरिक्ष यानों की डॉकिंग हुई। यह मानवरहित अंतरिक्ष यान स्टेशन के रूसी निर्मित मॉड्यूल 'ज़्वेज़्दा' पर डॉक हुआ है। 14 अगस्त को, रूसी अंतरिक्ष एजेंसी रोस्कोस्मोस ने कज़ाखस्तान के बैकोनूर कोस्मोड्रोम से सोयूज़ रॉकेट के ज़रिए प्रोग्रेस 89 को अंतरिक्ष में लॉन्च किया था। सोयूज़ रॉकेट ने अंतरिक्ष यात्रा के इतिहास में सबसे ज़्यादा लॉन्च किए हैं। बैकोनूर कोस्मोड्रोम दुनिया का सबसे पुराना और सबसे बड़ा अंतरिक्ष प्रक्षेपण केंद्र है। 

प्रोग्रेस 89 अंतरिक्ष यान में 1,201 किलोग्राम खाद्य सामग्री, 420 किलो पानी और 50 किलो नाइट्रोजन शामिल हैं। ये सभी चीज़ें सात सदस्यीय एक्सपेडिशन 71 क्रू के लिए ज़रूरी हैं। यह सामान बोइंग स्टारलाइनर अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स और बुच विलमोर के लिए भी मददगार होगा। यह कार्गो शिप अगले छह महीनों तक अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन पर डॉक रहेगा। रूस का यह मानवरहित अंतरिक्ष यान अंतरिक्ष स्टेशन के कचरे को लेकर वापस पृथ्वी पर लौटेगा।