सार
आर्मी में यौन उत्पीड़न से जुड़ी ये 2 खबरें चौंकाती हैं। 22 साल की एक पूर्व जापानी सैनिक ने सेना में अपनी ट्रेनिंग के दौरान हुए यौन उत्पीड़न के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। वहीं, एक गोपनीय सर्वे से खुलासा हुआ है कि अमेरिकी सेना में यौन हमलों के मामले 13 प्रतिशत बढ़ गए हैं।
वर्ल्ड न्यूज. अमेरिका सेना (US military) और जापानी आर्मी(Japanese Military) से एक साथ दो ऐसी खबरें मीडिया में वायरल हुई हैं, जो शॉक्ड करती हैं। आर्मी एक ऐसी सर्विस है, जिस पर सबको गर्व होता है, लेकिन अमेरिकी और जापानी आर्मी से सामने आईं इन दो खबरें चिंता का विषय हैं। 22 साल की एक पूर्व जापानी सैनिक ने सेना में अपनी ट्रेनिंग के दौरान हुए यौन उत्पीड़न के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। वहीं, एक गोपनीय सर्वे से खुलासा हुआ है कि अमेरिकी सेना में यौन हमलों के मामले 13 प्रतिशत बढ़ गए हैं। पढ़िए दोनों खबरों के बारे में विस्तार से...
22 साल की पूर्व सैनिक ने खोला मोर्चा
22 साल की पूर्व जापानी सैनिक रीना गोनाई( Rina Gonoi) ने बुधवार (31 अगस्त) को रक्षा मंत्रालय को एक याचिका( petition) सौंपी है, जिस पर 100,000 से अधिक लोगों ने हस्ताक्षर किए है। इसमें ट्रेनिंग के दौरान उसके मेल साथियों(colleagues) द्वारा उसके कथित यौन उत्पीड़न की स्वतंत्र जांच की मांग की गई है। यह मामला जापान में भूचाल ले आया है। इसकी वजह यह है कि जापान में यौन उत्पीड़न के आरोपों को सार्वजनिक करने से पीड़िता बचती हैं। यह मामला जापान में दुर्लभ है। सरकारी आंकड़ों से पता चलता है कि केवल 4% रेप विक्टिम ही पुलिस में जाकर FIR दर्ज कराती हैं।
ट्रेनिंग के दौरान उसकी जांघों पर हाथ फेरा
रीना गोनोई ने आरोप लगाया कि जब उसने देश के ग्राउंड सेल्फ डिफेंस फोर्सेज (SFS) ज्वाइन किया, तब एक साल बाद यानी 2021 में ट्रेनिंग एक्सरसाइज के दौरान कई पुरुष सहयोगियों ने उसके साथ यौन हिंसा( assaulted by multiple male colleagues) की। पर्याप्त सबूत होने के बावजूद अभियोजकों(prosecutors) ने जांच ड्राप कर दी। इसके बाद उन्होंने अपने आरोपों को सार्वजनिक किया। रीना ने टोक्यो में रक्षा मंत्रालय के अधिकारियों से एक संक्षिप्त बैठक के बाद मीडिया से कहा कि कई और भी पूर्व महिला सैनिकों ने यौन उत्पीड़न का सामना किया है। रीना ने कि उसने सोचा कि अगर कोई इसके खिलाफ खड़ा नहीं होगा, कार्रवाई नहीं करेगा, तो कुछ भी नहीं बदलेगा। हालांकि रक्षा मंत्रालय हमेशा इस बात पर अड़ा रहता है कि सेना में यौन उत्पीड़न हो ही नहीं सकता है। रीना ने कहा कि रक्षा मंत्रालय ने उन्हें अभी किसी तरह का कोई आश्वासन या माफी को लेकर कुछ भी नहीं कहा है, क्योंकि जांच जारी है।
रीना ने कहा कि वो अप्रैल 2020 में ग्राउंड सेल्फ-डिफेंस फोर्सेज में शामिल हुई थी। रीना ने कहा कि बचपन में यानी मार्च 2011 की सुनामी के बाद सैनिकों को उसके मूल मियागी के निवासियों की मदद करते देखा था। इससे इन्सपॉयर होकर ही वो आर्मी में आई थी। रीना ने कहा-सर्विस के सालभर बाद उसे पहाड़ों में एक महीने तक चलने वाली ट्रेनिंग एक्सरसाइज के लिए एक ग्रुप में शामिल किया गया था। इसी दौरान उसके दो पुरुष सहयोगियों और दो सीनियरों ने बुलाया। पुरुष सहयोगी शराब पीए हुए थे। सीनियर्स मार्शल आर्ट के बारे में बात कर रहे थे। उन्होंने अपने सब आर्डिनेट़्स को गोनोई पर एक तकनीक का उपयोग करने का निर्देश दिया। इसी के तहत पुरुषों में से एक ने उसकी गर्दन पर प्रेशर डाला, उसे जमीन पर पटका और फिर जबरन उसके पैर फैलाकर बार-बार अपने क्रॉच(अपनी जांघों से मसला) दबाया। दो अन्य लोगों ने भी ऐसा ही किया।
जब गोनोई ने SDF सेक्सुअल हरासमेंट काउंसलर को घटना की सूचना दी, तो मामले की जांच की गई। इसके बाद अश्लील हमले के संदेह पर आरोपियों को भेज दिया गया। लेकिन इस साल की शुरुआत में अपर्याप्त सबूतों के आधार पर केस ड्राप कर दिया गया। इसके बाद गोनोई ने एक ऑनलाइन पिटीशन शुरू की। इसमें निष्पक्ष जांच, सजा और माफी की मांग की गई। बुधवार तक इस पर 106,000 से अधिक लोगों के हस्ताक्षर हो चुके थे।
अमेरिकी सेना में यौन हमलों में 13% उछाल
अमेरिकी सेना (US military) में यौन हमलों (Sexual Assaults in US military) के मामले पिछले साल की तुलना में 13% बढ़ गए हैं। अमेरिका में कोराना प्रतिबंधों (Corona Restrictions) के हटने और सार्वजनिक स्थानों के खुलने के बाद थलसेना (US Army) और नौसेना (US Navy) में यौन हमले के मामलों में ये बढ़ोतरी दर्ज की गई है। अमेरिकी रक्षा और सैन्य अधिकारियों ने मीडिया को बताया कि हाल में एक गोपनीय सर्वेक्षण(confidential survey) किया गया था। इसमें करीब 36 हजार सैनिकों ने स्वीकार कि उन पर यौन हमला किया गया। 2018 के सर्वेक्षण में करीब 20 हजार सैनिकों ने यही माना था। बता दें कि पेंटागन स्थित अमेरिकी रक्षा मुख्यालय हर 2 साल ये आंकड़े जारी करता है। 2013 के बाद से यह सबसे बड़ी वृद्धि है।
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