सार
न्यूयॉर्क: रेबीज के आरोप में सोशल मीडिया पर वायरल हुई गिलहरी पीनट को इच्छामृत्यु दे दी गई। लेकिन रेबीज की रिपोर्ट निगेटिव आई है। न्यूयॉर्क में सोशल मीडिया पर वायरल हुई गिलहरी की रेबीज रिपोर्ट निगेटिव आई है। 30 अक्टूबर को पीनट नाम की गिलहरी और फ्रेड नाम के रैकून को पर्यावरण संरक्षण विभाग ने इच्छामृत्यु दे दी थी। पेंसिल्वेनिया सीमा पर स्थित चिड़ियाघर के रैकून और मार्क लोंगो द्वारा पाले गए पीनट नाम की गिलहरी को इच्छामृत्यु दे दी गई। असुरक्षित तरीके से लगातार वन्यजीवों को संभालने की शिकायतों के बाद यह कार्रवाई की गई।
सोशल मीडिया पर वायरल हुई पीनट नाम की गिलहरी को उसके मालिक मार्क लोंगो के घर से पकड़े जाने पर पशु प्रेमियों का गुस्सा फूट पड़ा था। इसी बीच पीनट को रेबीज नहीं होने की पुष्टि हुई है। पीनट द्वारा किसी व्यक्ति को काटे जाने की शिकायत के बाद गिलहरी को पकड़ा गया था। इंस्टाग्राम और टिकटॉक पर लाखों फॉलोअर्स वाली पीनट को इच्छामृत्यु देने वाले अधिकारियों के खिलाफ जान से मारने की धमकी समेत कई धमकियां मिल चुकी हैं। मंगलवार को पीनट की रेबीज रिपोर्ट निगेटिव आई।
सालों पहले सड़क पार करते समय घायल हुई गिलहरी का मार्क लोंगो नाम के युवक ने इलाज किया था। बाद में पीनट नाम की गिलहरी युवक के साथ ही रहने लगी। कई तरह के वेशभूषा में पीनट की शरारतें लोगों को खूब पसंद आती थीं। पीनट को पकड़ने और इच्छामृत्यु देने की कार्रवाई की काफी आलोचना हुई थी। इसी बीच पशु संरक्षण विभाग को कटघरे में खड़ा करने वाली रेबीज रिपोर्ट सामने आई है।
गिलहरी को आधिकारिक पालतू जानवर बनाने की अनुमति के लिए प्रक्रिया चल रही थी, तभी अचानक पशु संरक्षण विभाग ने पीनट को इच्छामृत्यु दे दी। साढ़े सात साल तक पीनट के साथ रहने के बाद भी मुझे रेबीज नहीं हुआ और मेरे मुंह से झाग भी नहीं निकला, पीनट की रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद मार्क लोंगो ने मंगलवार को यह प्रतिक्रिया दी। पशु संरक्षण विभाग ने रिपोर्ट पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है। इससे पहले विभाग ने बताया था कि युवक द्वारा गिलहरी पालने और गिलहरी द्वारा लोगों पर हमला करने की शिकायत मिली थी।