सार

दक्षिण अफ्रीका में पूर्व राष्ट्रपति जैकब जुमा की गिरफ्तारी के बाद जैसे पूरा देश लुटेरों की बस्ती बन गया है। हर जगह उपद्रवी दिखाई दे रहे हैं। जिसे जो मिल रहा लूटकर भाग कर रहा। निशाने पर भारतीय हैं। इस आगजनी और हिंसा में 70 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। जानिए पूरा मामला...

केपटाउन. ये तस्वीर अफगानिस्तान या सीरिया की नहीं है; बल्कि दक्षिण अफ्रीका है। यहां भ्रष्टाचार के मामले में पूर्व राष्ट्रपति जैकब जुमा की गिरफ्तारी के बाद जैसे सारा देश जल उठा है। हर जगह उपद्रवियों ने कब्जा जमा लिया है। जिसे जो मिल रहा, लूटकर भाग रहा है। इस आगजनी और हिंसा में 72 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। उपद्रवियों को काबू में करने 20000 से अधिक सैनिक तैनात किए गए हैं। (फोटो साभार-yahoo)

भारतीयों को निशाने पर लिया जा रहा
हिंसा में भारतीय मूल के लोगों को निशाने पर लिया जा रहा है। उनकी दुकानों लूटी जा रही हैं। इसे लेकर विदेश मंत्री जयशंकर चिंता जाहिर की चुके हैं। उन्होंने अपने समकक्ष नलेद पंडोर से बात करके मुद्दा उठाया। बता दें कि दक्षिण अफ्रीका में 14 लाख भारतीय हैं।

हिंसा की यह है वजह
जैकब जुमा को एक भ्रष्टाचार के मामले में कोर्ट की अवमानना का दोषी पाया गया। इसके बाद उन्हें 15 महीने की जेल हो गई। यह मामला उनके कार्यकाल 2009-18 के बीच का है। आरोप है कि उन्होंने अपने पद का दुरुपयोग करते हुए तीन गुप्ता बंधु-अतुल, अजय और राजेश की सहारा नाम से संचालित कम्प्यूटर फर्म को 2,60,000 करोड़ रुपए का अनुचित लाभ पहुंचाया। गुप्ता बंधु भारत में यूपी के सहारनपुर से ताल्लुक रखते हैं। वे 1993 में दक्षिण अफ्रीका जाकर बस गए थे। इस समय वे दुबई में स्वनिर्वासन में हैं। दक्षिण अफ्रीका सरकार उनका प्रत्यर्पण करने की कार्यवाही में लगी है। देखें हिंसा के कुछ वीडियो

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