सार

श्रीलंका के राष्ट्रपति अनुरा दिसनायके ने भारतीय मछुआरों द्वारा श्रीलंकाई जलसीमा में मछली पकड़ने पर कड़ी आपत्ति जताई है और 'अवैध' मछली पकड़ने को लेकर चेतावनी दी है। उन्होंने कहा कि लंका की मछली संपदा की रक्षा के लिए वो हर कदम उठाएंगे।

कोलंबो: श्रीलंकाई समुद्री सीमा का उल्लंघन करके भारतीय मछुआरों द्वारा मछली पकड़ने का आरोप लगाते हुए श्रीलंका के राष्ट्रपति अनुरा दिसनायके ने भारत के खिलाफ तीखी आलोचना की है। श्रीलंकाई राष्ट्रपति ने स्पष्ट किया कि 'अवैध' मछली पकड़ने की अनुमति नहीं दी जाएगी। इस मामले में अनुरा दिसनायके ने भारतीय मछुआरों को चेतावनी भी दी है। 

श्रीलंकाई समुद्री सीमा में 'अवैध' मछली पकड़ने की अनुमति नहीं दी जाएगी। लंका की मछली संपदा को भारतीयों द्वारा लूटे जाने को स्वीकार नहीं किया जा सकता। उत्तरी लंका के तमिल लोगों की संपत्ति लूटी जा रही है। इसकी रक्षा के लिए हम हर हद तक जाएंगे, ऐसा राष्ट्रपति अनुरा ने स्पष्ट किया। जाफना में एक जनसभा में लंका के राष्ट्रपति ने यह बयान दिया। भारतीय मछुआरों को लंकाई नौसेना द्वारा गिरफ्तार किए जाने पर तीव्र विरोध के बीच अनुरा ने अपना रुख सख्त कर लिया है। कल भी 23 भारतीय मछुआरे लंका में गिरफ्तार किए गए थे। इसके बाद अनुरा ने सार्वजनिक रूप से कड़ा रुख अपनाया।

पिछले सितंबर में, वामपंथी नेता अनुरा कुमार दिसनायके ने श्रीलंका में इतिहास रचते हुए राष्ट्रपति पद ग्रहण किया था। अनुरा कुमार श्रीलंका के नौवें राष्ट्रपति हैं। अनुरा कुमार दिसनायके जनता विमुक्ति पेरामुना नामक मार्क्सवादी-लेनिनवादी पार्टी के नेता हैं। विपक्ष के नेता सजिथ प्रेमदासा दूसरे और राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे तीसरे स्थान पर रहे। 2019 में दक्षिणपंथी राष्ट्रपति गोटाबया राजपक्षे सत्ता में आए थे। ढाई साल की राजनीतिक और आर्थिक अस्थिरता के बाद हुए चुनाव में अनुरा ने इतिहास रचा। लंका के राष्ट्रपति पद पर आसीन वामपंथी नेता आर्थिक संकट सहित अन्य चुनौतियों से निपटने के लिए आगे बढ़ रहे हैं। इसी बीच मछली संपदा के मामले में भी सख्त कदम उठाने की कोशिश की जा रही है।