सार

एशियाई महाशक्तियों के बीच विवाद गहराने के बाद बीजिंग और नई दिल्ली ने एक दूसरे देशों के पत्रकारों को बाहर निकालना शुरू कर दिया है। इस साल के शुरूआत तक भारत के चार पत्रकार चीन में थे।

The last Journalist in China asked to leave: चीन में भारत के अंतिम पत्रकार को देश छोड़ने को कह दिया गया है। एशियाई महाशक्तियों के बीच विवाद गहराने के बाद बीजिंग और नई दिल्ली ने एक दूसरे देशों के पत्रकारों को बाहर निकालना शुरू कर दिया है। इस साल के शुरूआत तक भारत के चार पत्रकार चीन में थे। इन चार में हिंदुस्तान टाइम्स के पत्रकार ने कुछ दिन पहले ही देश छोड़ दिया। दो पत्रकारों का वीजा रिन्यू नहीं किया गया। आखिरी बचे पीटीआई के पत्रकार को अब चीन छोड़ने का निर्देश जारी किया गया है।

चार पत्रकार भारत के थे चीन में...

भारतीय मीडिया के चार पत्रकार चीन में इस साल की शुरूआत तक थे। इसमें पब्लिक ब्रॉडकास्टर प्रसार भारती के एक पत्रकार और द हिंदू अखबार के एक पत्रकार को अप्रैल में चीन ने वीजा रिन्यू नहीं किया। वीजा रिन्यू नहीं किए जाने के बाद दोनों को चीन छोड़ना पड़ा था। बीते हफ्ते ही हिंदुस्तान टाइम्स के रिपोर्टर ने चीन छोड़ दिया। केवल पीटीआई के एक पत्रकार चीन में बचे हुए थे। लेकिन चीन ने प्रेस ट्रस्ट ऑफ इंडिया के पत्रकार को भी देश छोड़ने को कह दिया है।

चीन के दो पत्रकारों का भारत ने किया वीजा रिन्यूवल खारिज

पिछले महीने चीनी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता माओ निंग ने कहा था कि भारत में एक चीनी पत्रकार बचा है जो अभी भी अपने वीजा के नवीनीकरण का इंतजार कर रहा है। इससे पहले, नई दिल्ली ने शिन्हुआ न्यूज एजेंसी और चाइना सेंट्रल टेलीविजन के दो पत्रकारों के वीजा नवीनीकरण आवेदनों को खारिज कर दिया था। दरअसल, भारत के पत्रकारों की संख्या चीन ने तीन तय कर दी है जबकि भारत ने ऐसा कोई संख्या तय नहीं किया है।

भारत सरकार ने कहा कि मुद्दे को सुलझाने के लिए दोनों देश एक दूसरे के संपर्क में

इसके पहले भारत सरकार ने कहा था कि चीनी पत्रकार बिना किसी कठिनाई के देश में काम कर रहा है लेकिन चीन में भारतीय पत्रकारों के लिए ऐसा नहीं है। दोनों देश इस मुद्दे पर संपर्क में हैं।

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