सार
टोक्यो: जापान की राजधानी टोक्यो गंभीर आर्थिक संकट से जूझ रहा है। बढ़ती गरीबी, कमजोर होती अर्थव्यवस्था, और अन्य मुद्राओं के मुकाबले जापानी येन का गिरता मूल्य, टोक्यो को पीछे धकेल रहे हैं। अंतरराष्ट्रीय मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, एक समय जो शहर आर्थिक शक्ति का केंद्र था, वह आज सेक्स टूरिज्म का केंद्र बन गया है।
दुनिया के सबसे रहने योग्य शहरों में से एक माने जाने वाला टोक्यो आज गंभीर आर्थिक संकट का सामना कर रहा है। एक समय था जब जापानी पुरुष अपनी यौन आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए अन्य विकसित देशों का रुख करते थे। लेकिन आज स्थिति उलट गई है। साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट की रिपोर्ट के अनुसार, अब दूसरे देशों के पुरुष यौन संबंध बनाने के लिए जापान आ रहे हैं। द स्टार की रिपोर्ट के अनुसार, लाइसेंस काउंसिल प्रोटेक्टिंग यूथ्स (सेबोरेन) के महासचिव योशिहिदे तनाका ने कहा कि जापान एक गरीब देश बन गया है और उनके कार्यालय के पास वाला पार्क यौन व्यापार का अड्डा बन गया है।
योशिहिदे तनाका ने यह भी बताया कि आर्थिक तंगी के कारण, बीस साल की उम्र की लड़कियां और महिलाएं यौन उद्योग में शामिल हो रही हैं, जिससे जापान में चिंता बढ़ रही है। उन्होंने कहा कि जापान में विदेशी पुरुषों की संख्या में काफी वृद्धि हुई है और वे कई अलग-अलग देशों से आते हैं। जापान टाइम्स ने कॉन्स्टिट्यूशनल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ जापान के काज़ुनोरी यमनोई के हवाले से बताया कि जापान युवतियों को खरीदने की जगह बन गया है और यह अब एक घरेलू मुद्दा नहीं, बल्कि एक गंभीर अंतरराष्ट्रीय समस्या है।
इस बीच, टोक्यो मेट्रोपॉलिटन पुलिस ने श्रम सुरक्षा कानून का उल्लंघन करने के आरोप में पांच लोगों को गिरफ्तार किया है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, उन्होंने सोशल मीडिया के जरिए देशभर में करीब 350 प्रतिष्ठानों के साथ करार करके महिलाओं को देह व्यापार में धकेला। जापान के कई क्लबों में महिलाओं के शोषण की खबरें भी सामने आई हैं। रिपोर्ट्स के अनुसार, ऐसे क्लबों के कारण ही ज्यादातर महिलाएं कर्ज के जाल में फंस जाती हैं।