सार

अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने चेतावनी दी है कि सऊदी अरब की तेल कंपनी पर किए गए ड्रोन हमले का जवाब देने के लिए उनका देश पूरी तरह से तैयार है। 

वाशिंगटन. अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने चेतावनी दी है कि सऊदी अरब की तेल कंपनी पर किए गए ड्रोन हमले का जवाब देने के लिए उनका देश पूरी तरह से
तैयार है। गौरतलब है कि ट्रंप के इस बयान से एक दिन पहले अमेरिका के विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ ने हमलों के लिए ईरान को जिम्मेदार बताया था। इस हमले के
कारण तेल की कीमत में तेजी से वृद्धि हुई। खाड़ी युद्ध के बाद तेल कीमतों में इतना उछाल पहली बार देखा गया है।

हूती विद्रोहियों ने ली है हमले की जिम्मेदारी 
शनिवार को हुए इन हमलों में सऊदी अरब की सरकारी तेल कंपनी अरामको के अब्कैक स्थित सबसे बड़े तेल शोधन संयंत्र और खुरैस स्थित तेल क्षेत्र को निशाना
बनाया गया। ईरान ने इन हमलों में किसी भी प्रकार की संलिप्तता से इंकार किया है। इसकी जिम्मेदारी यमन में सक्रिय ईरान से जुड़े हुती विद्रोहियों ने ली है। अमेरिकी
विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ ने बिना कोई साक्ष्य दिए हमले के लिए ईरान को जिम्मेदार बताया। इसपर ईरान ने अमेरिका पर धोखा देने का आरोप लगाया।

ट्वीट के जरिए साधा ईरान पर निशाना 
रविवार को किए गए ट्वीट में हालांकि राष्ट्रपति ट्रंप ने ईरान पर सीधे-सीधे आरोप नहीं लगाया लेकिन कहा कि हमले के लिए जो भी जिम्मेदार है उसका पता लगते ही
उनका प्रशासन उसके खिलाफ सैन्य कार्रवाई कर सकता है। ट्रंप ने कहा, सऊदी अरब की तेल आपूर्ति पर हमला किया गया है। यह मानने की वजह है कि हम दोषी
को जानते हैं और उसके सत्यापन के बाद कार्रवाई के लिए पूरी तरह तैयार हैं, लेकिन हम सऊदी अरब की प्रतिक्रिया का इंतजार कर रहे हैं कि वह इन हमलों के लिए
किसे जिम्मेदार मानते हैं और हमें किस तरीके से आगे बढ़ेंगे।

सैन्य कार्यवाई की आशंका बढ़ी 
ट्रंप के ट्वीट से सैन्य कार्रवाई की आशंका बढ़ गयी है और इस कारण पहले से ही तनावपूर्ण चल रहे संबंधों में और खिंचाव आ गया है। सऊदी अरब की सरकारी कंपनी
सऊदी अरामको पर शनिवार को हुए दो ड्रोन हमलों ने कंपनी की रोजाना की वैश्विक आपूर्ति के पांच प्रतिशत हिस्से को प्रभावित किया है।

तेल की कीमतों में आया 20 प्रतिशत का उछाल 
एएफपी की खबर के अनुसार, इन हमलों के कारण सोमवार को कच्चे तेल की कीमतों में करीब 20 प्रतिशत का उछाल आया। ब्रेंट कच्चा तेल की कीमत करीब 12
डॉलर बढ़ी। 1990-91 खाड़ी युद्ध के बाद तेल कीमत में यह सबसे बड़ी उछाल है।

(यह खबर न्यूज एजेंसी पीटीआई भाषा की है। एशियानेट हिंदी की टीम ने सिर्फ हेडलाइन में बदलाव किया है।)