सार

यूएस इन दिनों अल-शबाब, बोको हराम, हयात तहरीर अल-शाम, हौथिस, इस्लामिक स्टेट ऑफ इराक एंड सीरिया, इस्लामिक स्टेट-ग्रेटर सहारा, इस्लामिक स्टेट-पश्चिम अफ्रीका, जमात नस्र अल-इस्लाम वाल-मुस्लिमिन और तालिबान को लेकर विशेष तौर पर चिंता जता रहा। 

वाशिंगटन। दुनिया के एक दर्जन से अधिक देशों में अल्पसंख्यकों को धार्मिक आजादी (Religious Freedom) नहीं है। धर्म के नाम पर उनको प्रताड़ना का शिकार होना पड़ रहा है। पड़ोसी देश पाकिस्तान (Pakistan) में हिंदू व सिख अल्पसंख्यकों को प्रताड़ना का शिकार होना पड़ रहा तो अफगानिस्तान (Afghanistan) में शिया मुसलमानों का उत्पीड़न कर पलायन को मजबूर किया जा रहा है। उइगर मुसलमानों के नरसंहार पर तो चीन (China) की पूरे विश्व में आलोचना हो रही है। 

पाकिस्तान-अफगानिस्तान के अल्पसंख्यकों को लेकर चिंता

अमेरिका (US) के विदेश मंत्री (Foreign Minister) एंटनी ब्लिंकन (Antony Blinken) ने धार्मिक आजादी के उल्लंघन करने वाले देशों को लेकर विशेष चिंता जताई है। ब्लिंकन ने पाकिस्तान और अफगानिस्तान को भी धार्मिक आजादी का उल्लंघन करने वाले देशों की लिस्ट में शामिल किया है। चार साल पहले की लिस्ट में भी पाकिस्तान का नाम शामिल था लेकिन इसके बाद भी पाक सरकार ने कोई सुधार नहीं किया। ट्रंप प्रशासन ने सबसे पहले दिसंबर 2018 में पाकिस्तान को इस लिस्ट में रखा और 2020 में भी इसे बरकरार रखा था। 

बाइडेन प्रशासन ने भी पाकिस्तान का नाम किया शामिल

2018 से लगातार तीसरी बार अमेरिका की धार्मिक आजादी का उल्लंघन करने वाले देशों की लिस्ट में पाकिस्तान शामिल किया गया है। 

अमेरिका की लिस्ट में इन देशों के भी नाम प्रमुख 

विदेश मंत्री ब्लिंकन ने धार्मिक आजादी वाले देशों की लिस्ट के नाम के बारे में बताया कि म्यांमार, चीन, इरिट्रिया, ईरान, उत्तर कोरिया, पाकिस्तान, रूस, सऊदी अरब, ताजिकिस्तान और तुर्कमेनिस्तान को धार्मिक स्वतंत्रता को लेकर गंभीर उल्लंघनों में शामिल होने या सहन करने के लिए विशेष चिंता वाले देशों के रूप में शामिल किया गया है। 

स्पेशल वॉच लिस्ट में भी इन नामों को किया शामिल

अमेरिका ने कुछ ऐसे देशों को भी स्पेशल वॉच लिस्ट में शामिल किया है जो धार्मिक आजादी का उल्लंघन कर रहे हैं। अमेरिकी प्रशासन इन देशों की मॉनिटरिंग कर रहा है क्योंकि यहां भी गंभीर मामले सामने आए हैं। वॉच लिस्ट में अल्जीरिया, कोमोरोस, क्यूबा और निकारगुआ जैसे कुछ देशों को शामिल किया गया है। 

ये संस्थाएं बन रही हैं दुनिया के लिए खतरा

यूएस प्रशासन ने दुनिया के देशों में धर्म के नाम पर दूसरे धर्म के लोगों की आजादी छीनने व गंभीर उत्पीड़न करने वाली कई संस्थाओं को लेकर भी चिंता जताई है। यूएस इन दिनों अल-शबाब, बोको हराम, हयात तहरीर अल-शाम, हौथिस, इस्लामिक स्टेट ऑफ इराक एंड सीरिया, इस्लामिक स्टेट-ग्रेटर सहारा, इस्लामिक स्टेट-पश्चिम अफ्रीका, जमात नस्र अल-इस्लाम वाल-मुस्लिमिन और तालिबान को लेकर विशेष तौर पर चिंता जता रहा। 

यह भी पढ़ें:

Pakistan को China के बाद IMF ने भी किया नाउम्मीद, 6 अरब डॉलर लोन के लिए पूरी करनी होगी 5 शर्त

कुलभूषण जाधव को चार साल बाद जगी उम्मीद, सजा--मौत के खिलाफ हो सकेगी अपील, अंतरराष्ट्रीय समुदाय के आगे झुका पाकिस्तान

Haiderpora encounter: मारे गए आमिर के पिता बोले-आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई का इनाम मेरे बेकसूर बेटे को मारकर दिया